नासा ने मंगल पर अपनी खोज जारी रखी है। आज फिर से नासा का हेलिकॉप्टर मंगल ग्रह पर उड़ान भरेगा। Ingenuity को चलाने वाले लोग इस 1।8 किलोग्राम वजनी हेलिकॉप्टर को सातवीं बार मंगल के आसमान में उड़ाएंगे। NASA की योजना इस हेलिकॉप्टर को एक नए एयरफील्ड में भेजने की है। Ingenuity को जेजेरो क्रेटर (Jezero Crater) की सतह की वर्तमान लोकेशन से दक्षिण में 105 मीटर दूर ले जाने की योजना बनाई गई है।
NASA के अधिकारियों ने एक अपडेट में लिखा, यह दूसरी बार होगा जब हेलीकॉप्टर किसी ऐसे हवाई क्षेत्र में उतरेगा, जहां उसने पिछली उड़ान के दौरान हवा से सर्वेक्षण नहीं किया था। इसके बजाय, Ingenuity टीम NASA के ‘मार्स रिकोनिसेंस ऑर्बिटर’ पर लगाए गए HiRISE कैमरे द्वारा एकत्र की गई तस्वीर पर भरोसा कर रही है। ये बताती है कि ऑपरेशन के लिए ये नया बेस अपेक्षाकृत सपाट है और यहां थोड़े बहुत ही अवरोधक हैं। उन्होंने कहा कि उड़ान के बाद के तीन दिनों में इसका डाटा पृथ्वी पर भेजा जाएगा।
इससे पहले, Ingenuity हेलिकॉप्टर ने अपनी छठी उड़ान के दौरान भी एक नई जगह पर उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर ने 22 मई को छठी उड़ान भरी थी। मगर ये उड़ान 100 फीसदी तक सफल नहीं हो पाई। दरअसल, हेलिकॉप्टर में एक गड़बड़ी आ गई थी, इस वजह से इस पर लगे नेविगेशन कैमरे द्वारा ली गई तस्वीर में थोड़ी देर के लिए बाधा आ गई। लेकिन Ingenuity हेलिकॉप्टर सफलतापूर्वक अपने निर्धारित लैंडिंग वाली जगह पर लैंड करने में कामयाब हुआ।
बता दें कि शुरू में NASA का मिशन Ingenuity हेलिकॉप्टर की सिर्फ पांच उड़ान तक ही था। लेकिन इसकी सफलता को देखते हुए NASA ने हेलिकॉप्टर के मिशन को विस्तार देने की अनुमति दे दी, ताकि Ingenuity की स्काउटिंग क्षमता को प्रदर्शित किया जा सके। रविवार को होने वाली उड़ान इसी अभियान में दूसरी उड़ान होगी। वहीं, पहली पांच उड़ानों के दौरान परसिवरेंस ने हेलिकॉप्टर की गतिविधियों को कैमरे में रिकॉर्ड किया और धरती पर भेजा।