अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा मंगल ग्रह पर अपना रोवर उतार दिया है। इसी के साथ अमेरिका मंगल ग्रह पर सबसे ज्यादा रोवर भेजने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। नासा के साथ इस मिशन में भारतवंशी अमरीकी अंतरक्षि वैज्ञानिक स्वाती मोहन की भी अहम भूमिका थी। स्वाती ने इस रोवर की लैंडिंग प्रणाली के विकास में योगदान दिया है। इस ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा बनने वाले वैज्ञानिकों में, भारतीय-अमेरिकी डॉ. स्वाति मोहन भी शामिल थीं।
जब सारी दुनिया इस रोवर के ऐतिहासिक लैंडिग को देख रही थी उस दौरान कंट्रोल रूम में बिंदी लगाए स्वाति मोहन जीएन एंड सी सबसिस्टम और पूरी प्रोजेक्ट टीम को लीड कर रही थीं। स्वाती मोहन की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इस मिशन की सफलता में भारतीय-अमेरिकी डॉ स्वाति मोहन ने अहम भूमिका निभाई है। मिशन की सफलता पर स्वाति मोहन ने कहा, मंगल ग्रह पर हमारे रोवर के टचडाउन की पुष्टि हो गई है। अब ये वहां जीवन के संकेतों की तलाश शुरू करने के लिए तैयार है।" स्वाति मोहन नासा के विकास प्रक्रिया के दौरान प्रमुख सिस्टम इंजीनियर होने के अलावा टीम की देखभाल भी करती हैं और GN&C के लिए मिशन कंट्रोल स्टाफिंग का शेड्यूल भी करती हैं।