Hindi News

indianarrative

Singapore Airshow में पूरी दुनिया देखेगी भारत के Tejas लड़ाकू विमान की ताकत, चीन-पाक के अभी से उड़े होश

दुबई के बाद अब सिंगापुर में भारत की ताकत देख दहल उठेगा चीन-पाक

भारतीय सेना के जावनों के बारे में जितनी बखान करी जाए उतनी ही कम है। भारत की ओर आंख उठा कर देखने वाले पाकिस्तान ने जब भी जंग छेड़ ही तब-तब उसे भारतीय जवानों के आगे घुटने टेकने पड़े हैं। रही बात चीन की तो गलवान घाटी में भारतीय सेना ने चीन के जवानों को ऐसा सबक सिखाया कि ड्रैगन बौखला उठा। चीन तो अपने ही सैनिकों के मौत के आंकड़े छुपा कर दुनिया के साथ-साथ अपने ही देश से गद्दारी कर रहा है। अब भारतीय वायुसेना ने जब सिंगापुर में अपनी ताकत दिखाने जा रही है जिससे चीन और पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं।

Also Read: नेपाल फिर संकट में, अमेरिका से टूट जाएगा रिश्ता! बाईडन प्रशासन ने क्यों दिया अल्टीमेटम- देखें रिपोर्ट

भारतीय वायु सेना का हल्का लड़ाकू विमान तेजस सिंगापुर के आसमान में दमखम दिखाने को तैयार है। 15 से 18 फरवरी तक आयोजित होने वाले सिंगापुर एअरशो 2022 में तेजस लड़ाकू विमान अपने उड़ान कौशल का प्रदर्शन करेगा। तेजस ने पिछले साल नवंबर में दुबई एयरशो में अपनी ताकत को दिखा चुका है। चीन और पाकिस्तान के होश इस लिए भी उड़े हुए हैं क्योंकि, सिंगापुर एयरशो को लेकर जारी किए गए पोस्टर में सबसे ऊपर भारत के एलसीए तेजस को दिखाया गया है। एयरशो के आयोजक एक्सपीरिया ने सोमवार को कहा कि एकल जेट प्रदर्शन में सिंगापुर के आसमान में प्रभावशाली स्टंट और हवाई करतब दिखेंगे। एअरशो में चार वायु सेनाओं और दो वाणिज्यिक कंपनियों के आठ उड़ान प्रदर्शन तथा फ्लाईपास्ट कार्यक्रम होंगे। आयोजकों ने कहा कि भारतीय वायुसेना के तेजस के अलावा अमेरिकी वायु सेना, इंडोनेशियाई एरोबैटिक टीम और सिंगापुर वायु सेना एअरशो में भागीदारी करेंगी।

Also Read: UAE के बाद अब बहरीन भी देगा Golden Visa, देखें आपको कैसे मिलेगा?

सिंगापुर से पहले तेजस विमान 2021 में दुबई एयरशो, श्रीलंका के एयरशो, 2016 में बहरीन इंटरनेशनल एयर शो और मलेशिया में लैंगकॉवी इंटरनेशनल मैरीटाइम एयरो एक्सपो (LIMA-2019) में हिस्सा ले चुका है। यह भारत के बाहर तेजस की पांचवी उड़ान होगी। तेजस मार्क1ए में अपने पिछले वर्जन के मुकाबले 43 इम्‍पूव्रमेंट्स हैं। विशेषज्ञों की माने तो, यह पाकिस्तान की पूरी फाइटर फ्लीट को धूल चटा सकता है। यहां तक कि, तेजस MK1A चीन के अधिकतर लड़ाकू विमानों का भी सामना कर सकता है। तेजस की तुलना अक्सर चीन के जियाओलांग जेट से होती है। हालांकि, तेजस इससे कहीं ज्यादा एडवांस्ड है और जियाओलांग थर्ड जनरेशन का फाइटर एयरक्राफ्ट है। भारत के लिए तेजह काफी अहम है। चीन और पाक की दोहरी चुनौती का सामना करने के लिए तेजस बड़ी भूमिका निभा सकता है।