राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को केरल के अर्नाकुलम और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से जिन नौ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है वो बहुत खतरनाक मंसूबों के साथ काम कर रहे थे और पाकिस्तानी सरगनाओं के संपर्क में थे। आईएसआई ने अपने गुर्गे हमजा को गुलाम कश्मीर (पीओके) लांच पैड पर तैनात किया था। हमजा इन पकड़े गये आतंकियों से एलओसी पर मिलने वाला था। ऐसा भी बताया जा रहा है कि हमजा इन लोगों को हथियार और गोलाबारूद मुहैया कराने वाला था। पश्चिम बंगाल में पकड़े गये आतंकियों का सरगना मुर्शिद कश्मीर जाने वाला था लेकिन अचानक उन्हें प्लान बदलना पड़ा और हथियारों की डिलीवरी कश्मीर की जगह दिल्ली में तय की गयी। मुर्शिद और उसके साथी दिल्ली पहुंचने वाले थे कि इससे पहले ही एनआईए ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
एनआईए के मुताबिक मुर्शिद हसन मॉड्यूल का लीडर है। वह अर्नाकुलम में मजदूरी का काम कर रहा था। हथियारों की डिलिवरी लेने के लिए उसे ही जाना था। मुर्शिद का दूसरा साथी मुसर्रफ हुसैन अर्नाकुलम में पराठे की दुकान पर काम करता था। इसके अलावा मैनुल भी मुर्शिदाबाद में कुक था। वह भी हुसैन के साथ बांग्लादेश से हथियार खरीदने की प्लानिंग में शामिल था।
आतंकी इयान अंसारी मुर्शिदाबाद में इलेक्ट्रिशन है।उसने एक लाइफ सेविंग आर्मर जैकेट भी बना रखा था। याकूब बिस्वास अर्नाकुलम में कपड़ों की दुकान पर सेल्समैन है और जिहाद के लिए भर्ती करता था। इनके अलावाअबू सूफियान और अतितुर्रहमान दोनों ही मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं।
आठवां आतंकी अल मामुन कमाल मुर्शिदाबाद में राज मिस्त्री है। यह पैसे का इंतजम करता है। नवें नंबर का आतंकी नाजमस साकिब कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन कर रहा है। इसको सबसे खतरनाक माना जा रहा है। क्यों कि इसकी जिम्मेदारी पढ़े लिखे मुस्लिम युवाओं को आतंकवाद से जोड़ने और जिहादी बनाने की थी।.