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कोरोना ने कारोबार डुबाया, दिमाग गड़बड़ाया, मगर किस्मत ने दिया साथ, लगी 5 करोड़ की लॉटरी और रंक से राजा बन गए राजकांत

कोरोना ने कोरोबार डूबाया, दिमाग गड़बड़ाया, तो किस्मत ने दिया साथ

कोरोना के कारण कई लोगों की नौकरी चली गई, कई लोग को कारोबार में नुकसान हुआ। लेकिन ये कहानी एक ऐसे शख्स की है जिनका सब कुछ खत्म होने के बाद किस्मत ने साथ दिया। बुरे दौर में महाराष्ट्र में ठाणे जिले के दिवा में रहने वाला एक कारोबारी कोरोना से संक्रमित हो गया। 19 अप्रैल को जब वह कोरोना से ठीक होकर घर पहुंचा, तो उसकी किस्मत चमक गई। राजकांत पाटिल नामक कारोबारी को जब फोन पर यह जानकारी मिली कि उसने कुछ सौ रुपये नहीं, बल्कि पूरे 5 करोड़ रुपये की मोटी रकम लॉटरी में जीती है, तो उसे एकबारगी यकीन ही नहीं हुआ।

दिवा दातिवली मार्ग पर ओमकार सदन में रहने वाले राजकांत ने डेढ़ माह पहले पंजाब राज्य की लॉटरी के 100 रुपये कीमत के दस और 500 रुपये कीमत के दो टिकट ऑनलाइन खरीदे थे। राजकांत ने इस कोरोना काल में लॉटरी के 12 टिकट खरीदने में 2,000 रुपये खर्च कर दिए थे। उन्होंने शायद यह सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इन 12 टिकटों में से कोई एक टिकट उन्हें रातोंरात करोड़पति बना देगा। राजकांत के लिए लकी साबित हुई लॉटरी की टिकट 500 रुपये की है। कोरोना को मात देकर वह जिस दिन घर पहुंचे, उन्हें उसी दिन एक फोन के जरिए लॉटरी लगने की जानकारी मिली।

राजकांत ने पहले तो इस फोन कॉल को मजाक समझा, लेकिन जब फिर से फोन आया तो उन्हें विश्वास हुआ और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मां, पत्नी और दो बेटों के साथ गुजर-बसर करने वाले राजकांत लॉटरी से मिलने वाली राशि को व्यवसाय में लगाने की सोच रहे हैं। उनका कहना है कि लॉटरी लगना उनके परिवार के पुण्य कर्मों का फल है, इसीलिए वह रुपयों का सही निवेश कर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएंगे।

 

कोरोना संक्रमित हो जाने से राजकांत की मानसिक स्थिति थोड़ी गड़बड़ा गई थी, लेकिन इतनी बड़ी लॉटरी लगने की खबर ने उनके भीतर अपार ऊर्जा का संचार कर दिया है।