उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में संक्रमण से बचने के लिए कई गाईडलाइंस जारी की है। जिसमें से एक है कि अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति है। लेकिन यूपी के बदायूं में काजी के इंतकाल में हराजों की संख्या में भीड़ इकट्ठी होकर सरकार के नियमों को ताख पर रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग तक फॉलो करना भूल गई।
दरअसल, रमजान के महीने में शनिवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के काजी हजरत अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी (सालिम मियां) ने अंतिम सांस ली। इंतकाल के बाद उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्सन और जनाजे के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इस दौरान एक वीडियो सामने आई है जिसमें देखा जा सकता है कि अधिकत लोगों ने मास्क तक नहीं पहला है. इस दौरान पूरी तरह से कोरोना के प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई। कोरोना के इस दौरान जनाजे के दौरान लापरवाही बरतने से प्रदेश में कोरोना विस्फोट होने का खतरा बढ़ गया है।
बदायूं में सीएम योगी के आदेशों को दिखाया गया ठेंगा। काजी सालिमउल कादरी के जनाजे में शामिल हुए लाखों लोग!@CMOfficeUP @myogioffice @myogiadityanath @dgpup @BJP4India @BJP4UP pic.twitter.com/1FJv8BCmqY
— इंडिया नैरेटिव (@NarrativeHindi) May 9, 2021
यूपी सरकार के नियमों के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के घूमता-फिरता पाया गया तो उसपर एक हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही दूसरी बार बिना मास्क का पाए जाने पर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
कहीं यहां पर भी राजस्थान के सीकर के खीरवा गांव जैसी स्थिति न हो जाए जहां पर एक व्यक्ति के जनाजे में लापरवाही होने के कारण अब तक पिछले 21 दिनों में इस गांव के 21 घरों से जनाजे उठ चुके हैं। पहले तो गांव वालों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया लेकिन लगातार हो रही मौतों के बाद लोगों की आंख खुली। हालांकि, इस वक्त यहां पर लोगों की जांच कर उन्हें क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया चालू की गई है।