टीआरपी स्कैम पर मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की प्रेस कान्फ्रेंस और उसके बाद मचे बवाल का टीवी न्यूज इंडस्ट्री पर बहुत गहरा असर पड़ा है। हर हफ्ते टीआरपी जारी करने वाली संस्था ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) चार हफ्ते तक न्यूज चैनलों की टीआरपी जारी नहीं करेगी। टीवी चैनलों पर भी अब कम से कम चार हफ्ते तक शांति छाए रहने की संभावना है। बार्क ने कहा है कि उसकी तकनीकी पैनल टीआरपी डेटा मापने के वर्तमान सिस्टम का रिव्यू करेगी। उसे और बेहतर किया जाएगा। ये देश के हिंदी, अंग्रेजी और बिजनस न्यूज चैनलों पर तत्काल रूप से लागू किए जाएंगे। इसमें 8 से 12 हफ्तों का समय लग सकता है।
ध्यान रहे, मुंबई की हंसा कंपनी की ओर से एक शिकायत दर्ज करवाई गयी थी कि इंडिया टुडे नाम का चैनल अपने चैनल दिखाने के लिए कर्मचारियों को रिश्वत दे रहा है। मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने इसी पर प्रेस कान्फ्रेंस की और बताया कि इस सिलसिले में जांच के दौरान एक अभियुक्त ने बताया कि रिपब्लिक टीवी भी पैसे देकर टीआरपी बढ़ाता है। परमवीर सिंह ने इंडिया टुडे टीवी का जिक्र नहीं किया था। इसीबात को लेकर टीवी चैनलों में कई दिनों तक बवाल मचा रहा था।
इस सारे विवाद के बीच बार्क ने कहा कि उनकी टेक्निकल टीम त्रुटि रहित पारदर्शी टीआरपी सिस्टम स्थापित कर रही है। नए सिस्टम को बनाने में 8 से 12 सप्ताह का समय लग सकता है। इसलिए इसबीच टीआरपी जारी नहीं की जा सकेगी।.