कंगना को मुंबई में घुसने से न रोक पाने से कसमसाई उद्धव ठाकरे की सेना ने सरकारी ठसक दिखाई और कंगना का सपना यानी पाली हिल्स पर बना मणिकर्णिका ऑफिस ध्वस्त कर दिया। इससे पहले बीएमसी के अफसर मणिकर्णिका पहुंचे और उन्होंने अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा कर 24 घण्टे में जवाब देने को कहा। इसपर कंगना के वकीलों ने 24 घण्टे का समय मांगा। जिसे बीएमसी ने नकार दिया और नोटिस के 24 घण्टे पूरा होते ही धड़ाधड़ जेसीबी चलानी शुरू कर दी।
ये कार्रवाई ऐसे वक्त में की गई है जब कंगना रनौत और शिवसेना के बीच जुबानी जंग चल रही है। कंगना रनौत आज मुंबई पहुंचने वाली हैं। उनके मुंबई पहुंचने से पहले ही उनके ऑफिस को तोड़ा गया।
कंगना रनौत के ऑफिस को तोड़ने की कार्रवाई पर बीएमसी ने सफाई दी है। मुंबई के मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, "ये शिवसेना की कार्रवाई नहीं है बल्कि बीएमसी की कार्रवाई है। शिकायत मिलने के बाद ही बीएमसी कार्रवाई कर रही है।' उन्होंने कहा कंगना लगातार बयानबाजी कर रही थीं। जुबान पर लगाम लगाएं।
बीएमसी की दफ्तर तोड़ने वाली कार्रवाई के खिलाफ कंगना रनौत ने हाई कोर्ट का रुख किया है। कंगना के वकील ने हाई कोर्ट से BMC की दफ्तर तोड़ने वाली कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए गुहार लगाई है।
बीएमसी की इस कार्रवाई के बाद कंगना रनौत ने ट्वीट कर एक बार फिर से मुंबई को पीओके बताया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, "मैं कभी गलत नहीं हूं और मेरे दुश्मन बार-बार साबित होते हैं। यही कारण है कि मेरी मुंबई अब पीओके हो गई है।.