Liquor Protest: हिंदुओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया, दूध बेचा और मुसलमानों ने इफ़्तार का आयोजन किया।दोनों समुदायों ने मंगलवार को यह साझा विरोध उस दुकान के सामने किया,जहां शराब बिक रही थी। शराब की दुकान को कहीं और स्थानांतरित करने की मांग को लेकर दो समुदायों ने साथ-साथ विरोध प्रदर्शन किया।
यह विरोध प्रदर्शन राज्य की राजधानी के शाहजहानाबाद इलाक़े में आयोजित किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने शराब दुकान के कर्मचारियों को गुलाब का फूल भी भेंट किया और मालिक से दुकान को शहर में कहीं और स्थानांतरित करने का अनुरोध किया।
#WATCH | Madhya Pradesh: A unique protest was staged outside liquor shops in Shahjahanabad, Bhopal today where citizens recited Hanuman Chalisa and Muslims had iftar. They all requested the owners to remove their shops from the spot. pic.twitter.com/ohYxqFjjvX
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 4, 2023
स्थानीय लोगों ने कहा कि शराब की दुकान से कुछ ही दूरी पर एक मंदिर, एक मस्जिद और एक गुरुद्वारा है। एक स्थानीय शख़्स ने कहा, “वहां स्कूल और अस्पताल भी थे। शराब की दुकान के स्थान के कारण हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।”
उन्होंने आगे कहा,”इसके अलावा, असामाजिक और उपद्रवी तत्व नियमित रूप से इस शराब की दुकान पर इकट्ठा होते हैं, जो हमें गंभीर सुरक्षा जोखिम में डाल देते हैं। यही कारण है कि हम आज यह अनूठा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, मालिक और स्थानीय अधिकारियों से दुकान को कहीं और स्थानांतरित करने के लिए कह रहे हैं।”
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को संबोधित एक ज्ञापन स्थानीय थाना प्रभारी को भी सौंपा, जिसमें दुकान को कहीं और स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया है।
इससे पहले दिन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नई आबकारी नीति में जो तय किया था, उसे लागू किया।
सीएम चौहान ने कहा, “यह निर्णय लिया गया था कि नई आबकारी नीति के तहत आहत (खुले में शराब के जोड़) बंद रहेंगे। मुझे आपको यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि इसे लागू कर दिया गया है। राज्य भर में कुल 2,611 अहाते हैं। उन्हें बंद कर दिया गया है।”
साथ ही 232 ऐसी शराब की दुकानें, जो धार्मिक स्थलों, स्कूलों आदि के 100 मीटर के दायरे में आती थीं, उन्हें भी वहां से हटा दिया गया है। इसलिए, मुझे लगता है कि हमने आबकारी नीति में जो तय किया था, उसे लागू कर दिया है।’
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