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Unite 2 Fight Corona: कोरोना के खिलाफ Indian Army ने वॉलेंटियर किए अपने अस्पताल और मेडिकल स्टाफ, आर्मी चीफ ने PM Modi को दी जानकारी

देश की सेवा में सेना

कोरोना से लड़ाई में जब लड़ाई आर-पार की चल रही हो तो फिर इंडियन आर्मी पीछे रह सकती है। सीमा पार के दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए जवान तैनात ही हैं लेकिन ऐसा दुश्मन जो इनविजिवल है और देश के भीतर है उससे लड़ने के लिए सेना अपने नागरिकों के लिए अकेला कैसे छोड़ सकती है।

जी हां, सेना अध्यक्ष एमएम नरवणे ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और बताया कि जिन शहरों और अस्पतालों में मेडिकल या पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी है वहां आर्मी स्टाफ को तैनात कर रही है इसके अलावा सेना कोविड अस्पताल बनाकर नागरिकों के लिए दे रही है। इसके अलावा आर्मी अस्पतालों में सिविलियंस मरीजों को भर्ती की अनुमति भी दे दी गयी है।

देश में जारी कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बैठकें कर रहे हैं। आज उन्होंने सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ बैठक की और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में सेना की तैयारियों और सहयोग के बारे में जाना। पीएम मोदी और सेना प्रमुख ने इस दौराना के सेना द्वारा की जा रही विभिन्न पहलों पर चर्चा की।

जनरल एमएम नरवणे ने पीएम मोदी को बताया कि सेना के मेडिकल स्टाफ को विभिन्न राज्य सरकारों को उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने पीएम को यह भी बताया कि सेना देश के विभिन्न हिस्सों में अस्थायी अस्पताल स्थापित कर रही है।

जनरल एमएम नरवणे ने पीएम मोदी को अवगत कराया कि सेना जहां भी संभव हो नागरिकों के लिए अपने अस्पताल खोल रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि नागरिक अपने नजदीकी सेना अस्पतालों से संपर्क कर सकते हैं। जनरल एमएम नरवणे ने पीएम को सूचित किया कि सेना ऑक्सीजन टैंकरों और वाहनों के लिए मदद कर रही है। इसके प्रबंधन के लिए विशेष कौशल की आवश्यकता होती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले सीडीएस बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के साथ भी बैठक की थी और तैयारियों का जायजा लिया था। आपको बता दें कि इन दिनों सेना के विमान से विदेशों से ऑक्सीजन टैंकर, ऑक्सीजन जेनरेटर सहित अन्य मेडिकल इक्विपमेंट मंगाए जा रहे हैं।