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UP: गांव में मुसलमान प्रधान है तो टंकी के लिए दलितों के घर उजाड़ देगा!

यूपी के कुशीनगर

उत्तर प्रदेश (UP) के जिले कुशीनगर जिले (Kushinagar) में एक चौंका देने वाला सामने आया है। दरअसल शहर के रामकोला थाना क्षेत्र के सपहा दहाउर टोले के दलित बस्ती में 20 घरों में मकान बिकाऊ होने का पोस्टर लगने से बवाल मच गया है। सोमवार की शाम जब सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुई तब पुलिस एक्शन में आई और देर रात गांव में पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। यहां के लोगों ने प्रधान प्रतिनिधि के उत्पीड़न से तंग आकर मकान बेचने की बात को लेकर पुलिस को बताया।

जब वहां पुलिस ने देर रात पहुंची तब लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराने में जुटी रही। दलित बस्ती के लोगों ने पानी का टैंक लगाने के नाम पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि महफूज खान पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। दलित बस्ती की महिलाओं ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि महफूज खान पर दबंगई के साथ-साथ धमकाने का भी आरोप लगाया है। घरों पर घर बिकाऊ होने का पोस्टर लगाने वाले घरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

इन लोगों ने लगाए चस्पा पोस्टर

रामकोला थाना क्षेत्र के सपहा के दहाउर टोले में अनुसूचित जाति के लोगों के कई सारे मकान है। सोमवार को गांव के ओमप्रकाश, राजाराम, मनोज, जय प्रकाश, रामप्रवेश, रामसूरत, रामसकल, रामाश्रय सहित 20 लोगों के मकान पर यह मकान बिकाऊ है का पोस्टर लगाकर लोगों ने फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मकान बिकाऊ वाले पोस्टर पर प्रधान प्रतिनिधि पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए लोगों ने गांव छोड़ने की बात लिखी है।

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चस्पा पोस्टर पर दो समुदायों का मामला सामने आने पर सोमवार देर रात पुलिस अधिकारी गांव में पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने घरों पर लगे पोस्टर को फाड़ डाला और ग्रामीण अपनी बात पर अड़े हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हरिजन आबादी की जमीन पर अगर पानी की टंकी बनी तो वे गांव से पलायन कर जाएंगे। गांव के लोगों का आरोप है कि अनुसूचित जाति की आबादी की भूमि पर प्रधान प्रतिनिधि ने जबरन पानी की टंकी बनवाने का प्रस्ताव तैयार करा दिया है। विरोध जताने पर प्रधान प्रतिनिधि ने मुकदमा भी दर्ज करा दिया है। प्रधान प्रतिनिधि के उत्पीड़न से तंग आकर ही लोगों ने मकान बेचने का फैसला लिया है।

अपने घरों पर पोस्टर लगाने वाले लोगों का कहना है कि हरिजन आबादी के नाम पर दर्ज जमीन पर पानी की टंकी बनने पर सामूहिक रूप से गांव से पलायन कर जाएंगे। वहीं इस संबंध में प्रधान प्रतिनिधि महफूज खां ने कहा कि गांव में पानी की टंकी स्वीकृत हुई है। इसका निर्माण कराने के लिए पहले से जगह चिह्नित है। 20 दिन पूर्व तहसील प्रशासन ने चिह्नित जगह से अतिक्रमण हटवाया था। महफूज खान ने आगे कहा कि मामले को राजनीतिक तूल देने के लिए यह हरकत की जा रही है।