वाराणसी में बाढ़ का कहर जारी है, गंगा खतरे के लेवल से एक मीटर ऊपर बह रही है। वरुणा में आई बाढ़ भी भयावह होती जा रही है। गुरुवार की सुबह 11 बजे गंगा का जलस्तर 72.32 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 71.26 से 1.06 मीटर अधिक है। गंगा और वरुणा के पानी से शहर से लेकर गांव तक 40 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योदी आदित्यनाथ गुरुवार की दोपहर खुद इसका हाल जानने पहुंचे।
सीएम योगी ने पहले हवाई सर्वेक्षण कर हेलीकॉप्टर से बाढ़ की स्थिति देखी। उसके बाद उन्होंने NDRF की नव से बाढ़ का हाल जानते हुए पीड़ितों तक पहुंच अपने हाथों से राहत सामग्री वितरित किया।
सीएम योगी ने पहले गंगा र वरुणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद संपूर्णानंद यूनिवर्सिटी में बने हेलीपैड पर लैंड करने के बाद कार से भैसासुर घाट पहुंचे। वहां से एनडीआरएफ की नाव से गंगा से होते ही वरुणा नदी में बाढ़ का हाल जानने सरैयां तक गए। सरैयां से सीएम योगी आलिया गार्डेन पहुंचे और बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना और भरोसा दिया कि चिंता की कोई बात नहीं, आपदा की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। हर संभव उनकी मदद की जाएगी। उन्होंने मौके पर अधिकारियों से राहत कार्यों के बारे में जानकारी करते हुए निर्देशित किया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई कोर कसर न छोड़ी जाए।
सीएम योगी ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज परिसर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के मवेशियों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों को राहत सामाग्री भी वितरित किया। इसके बाद उन्होंने 20 मिनी पोर्टेबल एवं तीन बड़े फागिंग मशीन कर्मियों के ग्रुप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वाराणसी में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री शुक्रवार की सुबह गाजीपुर और बलिया भी जाएंगे। यहां वो हवाई सर्वेक्षण के बाद बलिया में भी पीड़ितों को राहत सामाग्री वितरण करेंगे।