उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है। यूपी एटीएस ने जिस मौलाना को गिरफ्तार किया वो सिर्फ धर्मांतरण ही नहीं करवाता था, उसका असली खेल इसके बाद शुरू होता था। मौलाना लोगों को गुमराह करता था, उसके बाद उनसे कई ऐसे काम करवाता था जिसके बारे में किसी को भनक तक नहीं लगती थी। जैसे-जैसे कानून का सिकंजा कसता जा रहा है वैसे-वैसे मौलाना खुलासा करते जा रहा है।
अभी तक तो धर्मांतरण का ही बात सामने आ रहा था लेकिन अब तो यह भी खुलासा हुआ है कि मैलाना लोगों को गुमराह कर के जम्मू-कश्मीर भेजता था और सेना पर पत्थरबाजी करवाता था। सबसे पहले बता दें कि, मौलान कलीम सिद्दीकी को यूपी की एटीएस टीम ने गिरफ्तार किया है, जो ग्लोबल पीस सेंट का अध्यक्ष है। कलीम बड़े स्तर पर धर्मांतरण रैकेट चलाता था। इसे लेकर अब कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसका सीधे तौर पर मौलाना से संबंद्ध है।
धर्मातंरण करने के बाद हिंदू के खिलाफ भड़काता था मौलाना
मौलाना लोगों को धर्मांतरण करके भड़काया था और फिर गुमराह करता है। इसका पहला मामला राजस्थान के अलवर के रहने वाले मेंमचंद से आया है। मेंमचंक का पहले धर्मांतरण किया गया और फिर उनका नाम मोहम्मद अनस रख दिया गया। उनका कहना है कि दाव-ए-इस्लाम-ट्रस्ट में कलीम सिद्दीकी और उसके लोग धर्म परिवर्तन का काम चलाते हैं।
हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए सिखाता था तंत्र-मंत्र
मेंमचंद ने कहा है कि, यहां हिंदू धर्म का नाम लेकर गलत तरीके से भड़काया जाता है, आगे उन्होंने कहा कि, नक्शा सुलेमानी नाम की कितान कलीम सिद्दीकी और अबू बकर ने उन्हें दी थी, जिसमें तंत्र-मंत्र के जरिए लड़कियों को कैसे फंसाजा जाए, इन तमाम जीचों की जानकारी दी।
मेंमचंद ने एक आर बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि, उन्हें जम्मू-कश्मीर भेजा गया, वहां पर जवानों पर पत्थरबाजी का काम सौंपा गया, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके अलावा मेंमचंद को फर्जी पासपोर्ट के जरिए कलीम सिद्दीकी और अबू बकर ने हज करने के लिए भेज दिया था। मेंमचंद ने यह भी बताया कि, ये लोग वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड भी तुरंत बनवा देते थे। इनका टारगेट दलितों पर ज्यादा होता था। धर्मांतरण के लिए विदेशों से आता था फंड, कई लोगों को मुस्लिम बनाने के लिए जमीन तक खरीद कर देता था।
इसी रैकेट का शिकार एक और व्यक्ती हुआ है जो बटोरा जिले का है, इस व्यक्ति का कहना है कि, धर्म परिवर्तन कर उसका नाम बदल दिया गया, फिर उसे भड़काया गया। मनोज कुमार नाम के इस व्यक्ति के पिता रमेश ने इसके लिए कलीम सिद्दीकी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि पहले मनोज को कलीम से मिलवाया गया फिर पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया गया।
हिंदू लड़कियों का कराया जाता था मुस्लिम लड़कों से शादी
एक और मामला मेवात का है, जहां पर शोएब उर्फ साहिल के भाई का धर्मांतरण किया गया था। उसके भाई ने कहा है कि, इस काम में अबू बकर और कलीम सिद्दीकी की सक्रिय भूमिक है। अबू बकर और कलीम सिद्दकी पहले नौजवान मुस्लिम लड़कों को ढूंढते थे और बाद में उनकी शादी हिंदू लड़कियों से करवा दिया करते थे। साहिल के भाई का कहना है कि, हिंदू लड़कियों का पहले मुस्लिम लड़के से शादी किया जाता था और बाद में लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जाता था।