पंचायत चुनाव से पहले कुनबे में लगी सेंध से समाजवादी पार्टी के मुखिया बौखलाए हुए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सभी क्षत्रपों को आदेश दिया है कि जैसे भी हो बीजेपी के इस हमले का जवाब दिया जाए।
भाजपा ने प्रदेश की कई जिला पंचायत की सीटें ऐसी हैं, जो समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती हैं और उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। जबकि सपा की ओर से कई उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस , बसपा व अन्य दल सीधे पंचायत चुनाव से दूरी बनाए हुए हैं। मैनपुरी में भाजपा ने मुलायम सिंह यादव की भतीजी को टिकट दिया है वहीं प्रदेश में सपा के गढ़ वाले दूसरे इलाकों आज़मगढ़, गाजीपुर, जौनपुर आदि जिलों में भी भाजपा ने सपा के वोट बैंक वाले पिछड़े वर्ग के बीच पैठ लगाकर उम्मीदवार उतारे है।
प्रदेश में जिला पंचायत और पंचायत चुनाव चार चरणों में होने हैं और 2 मई को रिजल्ट आएगा। ऐसे में समाजवादी पार्टी के पास अब चुनाव की तैयारी के लिए समय भी नही है जबकि भाजपा ने छह माह पूर्व ही तैयारियां शुरू कर दी थी। बताया जा रहा है कि जबसे भाजपा ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है उसी तर्ज पर सपा भी रणनीति बना रही है।
पंचायत चुनाव विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहा जा सकता है। ऐसे में सपा के रणनीतिकार अपने समर्थक उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं। सपा के गढ़ वाले कई इलाकों में भाजपा ने जब सेंधमारी की उसके बाद सपा ने भी सेंधमारी का फ़ैसला किया। यह सम्भव है कि भाजपा समर्थक नाराज नेताओ को सपा अपने पाले में ला सकती है।