उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर यूपी राज्य चुनाव आयोग को नोटिस भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट कल यानी एक मई को इस मामले में सुनवाई करेगा, क्योंकि 2मई को मतगणना होनी है। बता दें कि इस याचिका में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान चुनाव ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वालों का हवाला दिया गया था। साथ ही, चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की गई थी।
क्या यूपी के पंचायत चुनावों की मतगणना टल जाएगी? सुप्रीम कोर्ट का रुख देखने से तो यही लगता है कि शनिवार को यूपी सरकार के जवाब के बाद मतगणना की तारीख टाली जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट में यूपी पंचायत चुनाव प्रक्रिया को रोकने के लिए एक याचिका डाली गई थी, जिसमें कहा गया था कि कोरोना काल में पंचायत चुनाव कराए जाने का नतीजा है कि कम से कम 135 कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना के कारण हो गई। ये संख्या तो शिक्षामित्र और अनुदेशकों की है। इसके अलावा जो अनाधिकृत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 500 विभिन्न कर्मचारियों की मृत्यु चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद हुई है।
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सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि मतगणना के दिन भी गांव-गांव भीड़ इकट्ठी होंगी, इसके अलावा काउंटिंग में जाने वाले कर्मचारियों और अफसरों को भी कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है, इसलिए जब तक कोरोना का कहर चल रहा है तब तक प्रक्रिया रोक दी जाए। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस पर यूपी सरकार का शनिवार को जवाब आएगा। सुप्रीम कोर्ट यूपी सरकार को एक अलग मामले में शुक्रवार को काफी डांट पिला चुका है। फिर भी कल शनिवार को यूपी सरकार के जवाब के बाद ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा।