Hindi News

indianarrative

Al-Qaeda के आतंकी अपने आकाओं से Attack के लिए इन कोडवर्ड का करते थे इस्तेमाल, डायरी से खुला कई राज

Al-Qaeda के आतंकी हमले के लिए इन कोडवर्ड का करते थे इस्तेमाल

उत्तर प्रदेश के लखनऊ से पकड़े गए अल कायदा आंतकियों को लेकर एक खुलासा हुआ है कि ये अपने आकाओं को धमाकों से जुड़ी जानकारी कोड वर्ड्स के जरिए दिया करते थे। आतंकी मिनहाज और मुशीर फ्लाइट, उड़न तश्तरी, खटमल जैसे कोडवर्ड के जरिए अपने आकाओं को मैसेज देते थे। अलकायदा से संबंधित अंसार गजवातुल हिंद के स्लीपर सेल से जुड़े इन आतंकियों का मकसद लखनऊ के एक मंदिर और भीड़ भरे बाजार में बम धमाका करना था।

इन आतंकियों के पास से एक डायरी व कुछ कागज मिले हैं जिसमें कई खुलासे हुए हैं। इस डायरी में ही स्लीपर सेल के मंसूबों से जुड़ी काफी अहम जानकारी दर्ज है। इसी के मुताबिक अलकायदा के संदिग्ध आतंकियों ने आपसी बातचीत को सुरक्षित बनाने के लिए कोड वर्ड्स तैयार लिए हुए थे। काले रंग की इस डायरी के अलग-अलग पन्नों में कोडवर्ड का इस्तेमाल करते हुए कई प्वाइंट लिखे थे। डायरी में कश्मीर और पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से फोन पर बात करने के लिए 'फ्लाइट' शब्द का इस्तेमाल किया गया है।

कोड वर्ड्स का खुलासा

ई रिक्शा के लिए उड़न तश्तरी और मिनहाज से मिलने आने वाले दोनों कमाण्डरों के लिए लिखा है 'दोस्त आ रहे हैं गोश्त पकाओ'। डायरी में मिले कई कोडवर्ड एटीएस ने डिकोड कर लिए हैं जबकि कई कोडवर्ड को सुलझाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये लोग विस्फोट के लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल करने वाले थे। इसके साथ ही एटीएस सूत्रों का कहना है कि विशेष तारीखों पर निकलने वाले धार्मिक जुलूस मिश्रित आबादी के इलाकों से गुजरते हैं। ये इन्हें भी निशाना बनाने वाले थे जिससे सांप्रदायिक हिंसा फैलाई जा सके। एक्यूआईएस का सरगना उमर हलमंडी संभल का रहने वाला है। इससे पहले असीम उमर के पास कमान थी लेकिन उसके मारे जाने के बाद उमर हलमंडी को सरगना बना दिया गया था। खबरों की माने तो पश्चिमी यूपी में कई बड़े बेस तैयार किए हैं।