एक तरफ दिल्ली के सीएम हैं जो अस्पताल, बेड्स, ऑक्सीजन और इंजेक्शन के लिए केंद्र सरकार के आगे हाथ फैलाए खड़े हैं और अपनी कमियों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे थे वहीं दिल्ली से लगभग 10 गुना ज्यादा आबादी वाले प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने न केवल सेल्फ आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मेडिकल किट देने का बीड़ा उठाया बल्कि प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन भी फ्री दे रहे हैं।
कालाबाजारी करते हुए पकड़े जाने पर लगेगा एनएसए
यूपी में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर कालाबाजारी के भी मामले खुब सामने आए इसपर सख्त होते हुए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि विभिन्न जिलों में जरूरत के मुताबिक रेमडेसिविर की पर्याप्त सप्लाई करवाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि जो लोग कोविड दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मरीजों को भर्ती करने से मना नहीं कर सकता अस्पताल
वहीं, इससे पहले सीएम योगी ने अधिकारियों को आदेश दिया था कि वे यह सुनिश्चित करें की सरकारी या प्राइवेट अस्पताल मरीजों को भर्ती करने से मना नहीं कर सकते। सीएम ने कहा कि अगर अस्पतालों में बेड उपलब्ध है तो कोई भी अस्पताल चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट, मरीजों को वापस नहीं भेज सकता।