कोरोना महामारी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस साल होने वाली कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा पर लगातार दूसरे साल रोक लगाई गई है। इससे पहले IMA ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कांवड़ यात्रा को रद्द करने की मांग की थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कोविड के डेल्टा प्लस वैरिएंट पाए जाने और कोविड की तीसरी लहर की आशंका व देश-विदेश में इसके दुष्प्रभावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस संबंध में विशेषज्ञों की राय पर भी विचार किया गया। सीएम ने कहा कि मनुष्य के जीवन की रक्ष को सर्वेच्च प्रथमिकता देते हुए आगामी कांवड़ यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है।
Uttarakhand Government decides to cancel Kanwar Yatra this year, in view of the #COVID19 pandemic. pic.twitter.com/SgszyPgV1h
— ANI (@ANI) July 13, 2021
बताते चलें कि, IMA की ओर से कहा गया था कि कोरोना की पहली लहर के बाद भी हमने केंद्र की गाइडलाइन नहीं मानी। इसमें लापरवाही हुई जिसके चलते कोरोना की दूसरी लहर आई। दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई। संभावना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। इसीलिए भक्तों को उत्तराखंड में नहीं आने देने चाहिए। ताकि राज्य को तीसरे वेव से सुरक्षित रखा जा सके।
बता दें कि, हर साल उत्तराखंड में सावन में पड़ोसी राज्यों से भारी संख्या में भक्त आते हैं, ब्रह्मकुंड, हरकी पौड़ी, ऋषिकेश, देवप्रयाग औ गोमुख गंगोत्री से कांवड़ यात्री गंगाजल भरते हैं। यहां से वह अपने शहरों तक लंबा सफर करते हैं और अपने शहर के शिवालयों में गंगाजल चढ़ाते हैं।