उत्तराखंड के चमोली जिले में ( Uttarakhand Rescue Operation) आपदा प्रभावित तपोवन परियोजना में 25 से 35 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी, जिनमें से और 12शव रविवार को निकाले गए। इनमें से 5शव सुरंग से निकाले गए। सुरंग के अंदर खुदाई के काम के दौरान, पांच शव पाए गए, शनिवार को बचाव अभियान के बाद एसडीआरएफ अधिकारियों ने कहा कि 7फरवरी की बाढ़ के बाद यह पहला मौका है, जब बचाव दल सुरंग के अंदर शव खोज पाए हैं।
एक शीर्ष अधिकारी ने स्वीकार किया, हम अधिक शवों के मिलने की उम्मीद कर रहे हैं, हमें कुछ के जीवित रहने की भी उम्मीद है। अभी भी अंदर फंसे लोगों से कोई संपर्क नहीं है।
अधिकारियों ने दावा किया कि शनिवार को खुदाई के लिए कुछ अतिरिक्त मशीनें मंगवाकर बचाव कार्य को गति दी गई है।अन्य जगहों से सात शव बरामद किए गए। आपदा प्रभावित रेणी गांव से 6और रुद्रप्रयाग क्षेत्र में अलकनंदा नदी से एक शव बरामद हुआ।रविवार को इन 12शवों की बरामदगी के साथ, इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50हो गई है।
क्रमवार राहत एवं बचाव कार्य में जुटे जिला प्रशासन, आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, एनटीपीसी, पुलिस प्रशासन आदि की अद्यतन कार्यो की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बचाव कार्य में आ रही समस्या के बारे में भी जानकारी ली गई।
शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने कहा कि सुरंग के भीतर भारी दलदल और कीचड़ के चलते ड्रिलिंग का काम धीमा कर दिया गया। सुरंग के जटिल डिजाइन को समझने के लिए बचाव दल ने एनटीपीसी के अधिकारियों से भी सलाह ली।