उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर फटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की।
उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को मदद करने के लिए कहा। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा अबतक सात लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और 170 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। सीएम ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है।
The Rishikesh-Joshimath-Mana road which was blocked at Hathipahad due to flash flood in Dhauli Ganga was reopened for traffic by Border Roads Organisation by late afternoon today after road clearance operation. Several BRO teams are in the area for relief operations: BRO pic.twitter.com/pEZ25fR3l8
— ANI (@ANI) February 7, 2021
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद धौली गंगा में बाढ़ के कारण ऋषिकेश-जोशीमठ-माणा मार्ग को एहतियातन बंद कर दिया गया था। अब जानकारी आ रही है कि इस मार्ग को यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया है।
अमेरिका ने जताया दुख
उत्तराखंड में ग्लेशियर के टूटने की घटना पर अमेरिका ने दुख जताते हुए कहा कि इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों मृतकों के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
ग्लेशियोलॉजिस्ट की दो टीमें जोशीमठ-तपोवन आएंगी
उत्तराखंड त्रासदी के बाद कारणों का अध्ययन करने के लिए सोमवार को ग्लेशियोलॉजिस्ट की दो टीमें जोशीमठ-तपोवन आएंगी। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।