कोरोना वायरस बिहार की स्वास्थ व्यवस्था को धारासाई कर दिया है। लोग अस्पतालों के बाहर तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। हालांकि अब राज्य में लॉकडाउन लगने के बाद कुछ राहत है। कोरोना के केस आने कम हो गए हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और ये भयानक हो सकती है। ऐसे में हेल्थ डिपार्टमेंट एक्टिव हो गया है। बिहार सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने कि लिए तैयारिया शुरू कर दी हैं। इस संबंध में मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग के मुख्य सचिव सहित आलाधिकारियों के साथ मीटिंग की।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी जानकारी दी और कहा कि भविष्य में किसी भी हालात से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलग-अलग विभागों को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही अलग अलग पदों पर 30 हजार नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अभी जो हालात हैं उसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में और लोगों की भी जरूरत है, इसी को ध्यान में रखकर विशेषज्ञ और सामान्य चिकित्सक की 6 हजार 338, आयुष चिकित्सा के 3270, GNM (NHM)4671 और 9233ANM (NHM)की नियुक्ति की करने का फैसला लिया गया है। इस पदों पर 15 सितंबर 2021 तक नियुक्तियां कर ली जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन नियुक्तियों के अतिरिक्त अलग-अलग पदों पर सात हजार नियुक्तियां तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से पूरी होंगी और इसके लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। खाली पदों पर नियुक्तियों के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पताल में आवश्यक उपकरणों की सूची बनाकर BMSICL को दे दी गई है और जल्द से जल्द इनकी आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि इस बात की संभावना जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने अपनी तैयारिया तेज कर दी हैं और अस्पतालों में विभिन्न उपकरणों की आपूर्ति करने में जुट गई है। इसके साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने के भी निर्देश दे दिए गए हैं।