बैंकों का हजारों करोड़ों रुपए लेकर कई साल से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या का किंगफिशर हाउस आखिरकार नीलाम हो गी गया है। यह किंगफिशर हाउस विजय माल्य की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस का मुख्यालय था। डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल बेंगलुरु ने किंगफिशर हाउस को 52.25 करोड़ रुपए में बेचा है। इससे पहले किंगफिशर हाउस को बेचने की कई कोशिशों के बाद भी कर्जदाताओं को खरीदार नहीं मिल पाया था। इसे हैदराबाद के एक प्राइवेट डेवलपर ने खरीदा है।
रियल एस्टेट इंडस्ट्रीज के एक्सपर्ट्स का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआत में बैंकों ने एक अरियलिस्टिक रिजर्व प्राइस तय किया था क्योंकि प्रॉपर्टी की कई सीमाएं थीं। इसमें कहा गया है कि प्रॉपर्टी के विकास की ज्यादा गुंजाइश नहीं है क्योंकि यह मुंबई हवाई अड्डे के बाहरी इलाके में स्थित है। प्रॉपर्टी मुंबई में हवाई अड्डे के पास आलीशान विले पार्ले इलाके में स्थित है। लेंडर्स ने मार्च 2016 में पहली बार 150 करोड़ रुपए के रिजर्व प्राइस के साथ प्रॉपर्टी की नीलामी करने की कोशिश की थी। इसके बाद कई बार प्रॉपर्टी की निलामी की कोशिश की गई लेकिन नाकाम रही।
माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया है और किंगफिशर एयरलाइंस से संबंधित लोन के भुगतान में चूक के लिए भारतीय अधिकारियों द्वारा वांछि है। किंगफिशर एयरलाइंस को 2012 में बंद कर दिया गया था। माला पर भारतीय स्टेट बैंक के नेतत्व में भारत में बैंकों के एक कंसटोर्यिम का लगभग 10 हजार करोड़ रुपए बकाया है। माल्या यूके में प्रत्यार्पण कार्रवाही का सामना कर रहा है और 2019 में भार में एक भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था।
बताते चलें कि, किंगफिशर हाउस में एक बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर, एक अपर ग्राउंड फ्लोर और एक अपर फ्लोर है। इका कुल क्षेत्र 1,586 वर्ग मीटर है जो 2,402 वर्ग मीटर के भूखंड पर बना हुआ है। वहीं, हाल ही में ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने माल्या के खिलाफ दिवालिया आदेश जारी किया है। जिसके बाद भारतीय बैंकों को दुनियाबर में उसकी संपत्ति को जब्त करने की अनुमति मिली।