पश्चिम बंगाल में अभी दो चरणों का बाकी है। देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में नेता रैली और रोड शो करेंगे तो कोरोना फैलने की आशंक हो सकती है। इसलिए चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को एक महत्वपूर्ण फैसला करते हुए रैलियो के लिए नई शर्तें लगा दी हैं। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में किसी भी रैली में 500 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे। इसके अलाव चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में तत्काल प्रभाव से रोड शो और वाहन रैली पर रोक लगा दी है।
गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चल रही विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 रोधी नियमों के क्रियान्वयन को लेकर गुरुवारको निर्वाचन आयोग से नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने चुनाव के दौरान कोविड रोधी प्रोटोकॉल के क्रियान्वयन का आग्रह करने वाली तीन जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा कि कोविड सुरक्षा पर परिपत्र जारी करना और बैठकें करना पर्याप्त नहीं है तथा नियमों को लागू करने के लिए उठाए गए कदमों संबंध में शुक्रवार तक शपथपत्र दायर किया जाना चाहिए। अदालत ने कहा, हम रिकॉर्ड में रखी गई इस सामग्री से संतुष्ट नहीं हैं कि पश्चिम बंगाल में भारत निर्वाचन आयोग और इसके अधिकारियों ने अपने परिपत्र जारी किए हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव कुल 8 चरणों में कराया जा रहा है। आज मिलकर कुल छह चरणों के लिए वोटिंग खत्म हो गई है। अब केवल दो चरणों के लिए मतदान बचे हुए हैं। इनमें सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल और आखिरी और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को मतदान होगा।
वहीं, गुरुवार को 43 सीटों पर हुए छठे चरण के चुनाव में शाम पांच बजे तक 79.09 फीसदी मतदान हुआ। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब ने दी। चुनाव सुबह सात बजे से शाम साढ़े छह बजे तक उत्तर 24 परगना जिले की 17 विधानसभा सीटों, नादिया और उत्तर दिनाजपुर में नौ- नौ सीटों और पूर्व बर्द्धमान जिले में आठ सीटों पर हुआ। छठे चरण के लिए कुल 14,480 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर चुनाव आज मुख्यत: शांतिपूर्ण रहा।