तमाम सिक्योरिटी थ्रेट्स होने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ऐसे कदम उठा लेते हैं जिनको देखकर बड़े-बड़े सूरमा दांतों तले उंगली दबा लेतें हैं। आम आदमी के लिए जान का जोखिम उठाना जैसे प्रधानमंत्री मोदी का शगल है। ऐसा ही कुछ पश्चिम बंगाल के चुनावी प्रवास के दौरना हुआ।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक इलाके से गुजर रहा था। वीआईपी मूवमेंट की वजह से रास्ता खाली करा दिया गया था लेकिन इसी दौरान प्रधानमंत्री के काफिले के सामने से दो ऐंबुलेंस आ गई। एसपीजी के जवान हरकत में आ गए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने एंबुलेंस को रास्ता दिए जाने का इशारा किया। प्रधानमंत्री के निर्देश पर सुरक्षा प्रोटोकॉलतोड़कर एसपीजी एंबुलेंस को रास्ता दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की जमकर सराहना की जा रही है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले के दौरान सड़क को पूरी तरह से खाली करा लिया जाता है। किसी भी तरह के वाहन को आने-जाने की इजाजत नहीं होती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके काफिले के लिए प्रोटोकॉल निर्धारित हैं। ऐसे में कोरोना काल में सोमवार को जब काफिले के सामने से दो ऐंबुलेंस आते दिखाई दिए तो संवेदनशीलता दिखाते हुए एसपीजी ने खास व्यवस्था के तहत उन्हें रास्ता दिया। प्रधानमंत्री ने इसके जरिए देश के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता का महत्वपूर्ण संदेश दिया है।
सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है। लोग प्रधानमंत्री की इस पहल की जमकर सराहना कर रहे हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी के काफिले में ऐंबुलेंस को गुजरने की छूट दी गई हो। इससे पहले भी कई बार पीएम की फ्लीट में प्रोटोकॉल तोड़कर ऐंबुलेंस को रास्ता दिया गया है। इसके अलावा पीएम ने कई बार अपने काफिले से लोगों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए खास एहतियात बरते हैं। हाल ही में पीएम मोदी जब कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए एम्स जा रहे थे, तब भी उन्होंने अलसुबह का वक्त सिर्फ इसीलिए चुना था ताकि उनके काफिले की वजह से लोगों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े।