पश्चिम बंगाल के 5 जिलों की 44 सीटों पर आज चौथे फेज के लिए वोटिंग जारी है। इस दौरान कई इलाकों में हिंसा की खबरें भी आईं। कूचबिहार में हुई चुनावी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की जान चली गई। सबसे पहले बूथ नंबर 285 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके गए और गोलीबारी हुई। इसमें वो डालने आए एख युवक की मौत हो गई। शीतलकुची में फायरिंग में कुल पांच लोगों की मौत हुई है। CISF अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा में तैनात जवानों से हथियार छीनने की कोशिश की गई जिसके बाद जवाबी फायरिंग की गई थी।
फायरिंग के बाद चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट
वहीं, चुनाव आयोग ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। टीएमसी समर्थकों ने आरोप लगाया है कि CISF की गोली से इन युवकों की मौत हुई है। मृतकों के शव माथाभंगा अस्पताल में हैं और इलाके में तनाव है। इलेक्शन कमिशन कि रिपोर्ट के अनुसार गोली CISF के जवान ने चलाई है। केंद्रीय उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को फोन कर शीतलकुची की घटना को लेकर जानकारी ली है। किन परिस्थितियों में गोली चली थी इस पर डीटेल्ड रिपोर्ट मांगी गई है। इसके साथ ही घटना स्थल की वीडियो रिकार्डिंग भी तलब की गई है.
CISF ने कहा हथियार छीनने की हुई कोशिश
अपने प्रेस रिलीज में TMC ने आरोप लगाया है कि सुबह से बीजेपी के कथित कार्यकर्ता लोगों को वोट देने से रोक रहे हैं, जबकि सीआरपीएफ भी बीजेपी के पक्ष में वोटिंग के लिए लोगों पर प्रेसर बना रही है। शीतलकुची में सीआईएसएफ द्वारा गोली चलाने की घटना पर विशेष पुलिस पर्यवेक्षक ने रिपोर्ट दी है। जिसमें कहा गया है कि दो गुटों के बीच झड़प चल रही थी। बचाव के लिए ही CISF के जवानों ने गोली चलाई है। सेंट्रेल फोर्स के हथियार छीनने की कोशिश की गई थी और पोलिंग ऑफिसर्स के साथ मारपीट की जा रही थी।
CISF ने अपने बचाव में गोली चलाई
बताते चलें कि शीतलकुची में कई दिनों से तनाव है हाल ही में बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया गया था। वहीं, कूचबिहार के एमपी निशिथ अधिकारी ने कहा कि जिस तरह से चुनाव के पहले सीएम केंद्रीय वाहिनी के घेराव की बात कर रही थी। उससे उत्तेजना फैली है। संभव है कि केंद्रीय वाहिनी ने अपने बचाव में गोली चलाई है।