पश्चिम बंगाल में जारी चुनावी समर में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच की लड़ाई चुनाव आयोग तक पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे पर ओराकांडी में मतुआ समुदाय के मंदिर में जाने पर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई। टीएमसी का कहना है कि पीएम मोदी ने आचार संहित का उल्लंघन किया है। तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने साथ पश्चिम बंगाल से सांसद शांतनु ठाकुर को ले गए जो किसी भी सरकारी पद पर नहीं है और बांग्लादेश में मंदिरों का दौरा करने का एकमात्र मकसद वोटर को प्रभावित करना था। अब देखना है कि चुनाव आयोग इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करता है।
दो दिन की यात्रा पर बांग्लादेश पहुंचे थे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी 26 मार्च को दो दिन की बंग्लादेश यात्रा पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मतुआ समुदाय के मंदिर पूरा कांडी का भी दौरा किया था। यही नहीं पीएम मोदी मतुआ समुदाय के संस्थापक हरिश्चंद्र ठाकुर के जन्मस्थान पर भी गए थे। पीएम मोदी इस दौरान बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने एक शख्स से बातचीत का हवाला देते हुए कहा था कि किस ने सोचा था कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री यहां आएगा और मतुआ समुदाय के मंदिर में पूजा करेगा।