इंडियन एयरफोर्स ने जहां वायुवीर महाबली राफेल को उड़ाने के लिए एक महिला पायलट को गोल्डन ईगल यूनिट में शामिल किया है तो वहीं इंडियन नेवी में दो महिला अफसरों को पहली बार किसी जंगी जहाज पर तैनाती दी गयी है। इन दोनों महिला अफसरों के नाम सब लेफ्टिनेंट कुमुदनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह है। इन दोनों को हेलिकॉप्टर स्ट्रीम में 'ऑब्जर्वर्स' (एयरबोर्न टैक्टीशियंस) के रूप में चुना गया है। इससे फ्रंटलाइन जंगी जहाजों पर महिलाओं की तैनाती का रास्ता साफ हो गया है। सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को यह सम्मान हासिल होगा। वह भारत की पहली महिला एयरबोर्न टैक्टीशियंस होंगी जो जंगी जहाजों के डेक से काम करेंगी। नौसेना ने इस ऐतिहासिक कदम के लिए 17 ऑफिसर्स में से इन दो को चुना है।
<img class="alignnone wp-image-13095 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/09/IAF-Mahila-Shakti.jpg" alt="" width="1280" height="850" />
दोनों 'ऑब्जर्वर्स' एक खास टीम का हिस्सा थे। इन्हें एयर नेविगेशन, फ्लाइंग प्रोसीजर्स, हवाई युद्ध के दौरान की आजमाई जाने वाली तरकीबों, ऐंटी-सबमरीन वारफेयर के अलावा एवियॉनिक सिस्टम्स की भी ट्रेनिंग दी गई है। अबतक महिलाओं की एंट्री फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट तक सीमित थी जो समुद्रतटों के पास ही टेकऑफ और लैंड करते थे।
सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह नेवी के 17 अधिकारियों के एक ग्रुप का हिस्सा हैं। इस ग्रुप में चार महिला अधिकारी थीं। सभी को कोच्चि में आईएनएस गरुड़ पर हुए समारोह में 'ऑब्जर्वर्स' के रूप में ग्रैजुएट होने पर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया था। इस समारोह में चीफ स्टाफ ऑफिसर (ट्रेनिंग) रियर एडमिरल ऐंटनी जॉर्ज ने सभी ऑफिसर्स को अवार्ड दिए।.