हरियाणा के हिसार में खाप पंचायत ने दूध के दाम बढ़ाने (Milk Price Hike) का फैसला किया है। यहां दूध को एक मार्च से 100 रुपये प्रति लीटर के दाम से बेचना का निर्णय लिया गया है। पंचायत ने कृषि कानूनों और तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ दूध की कीमत में बढ़ोत्तरी का यह फैसला किया है। एक दिन पहले ही माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर दूध 100 रुपये लीटर बेचे जाने का हैशटैग भी ट्रेंड कर रहा था।
हिसार के नारनौद में पंचायत के प्रतिनिधि ने जानकारी देते हुए बताया, 'हमने दूध को 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से अपील करते हैं कि सरकारी कोऑपरेटिव सोसाइटी को इसी दाम पर दूध बेचें।' यह फैसला सतरोल खाप की पंचायत में किया गया। खाप पंचायत के इस फैसले पर कुछ लोगों का यह भी कहना है कि दूछ सब्जियों के दाम बढ़ाने का खाप पंचायत का फैसला तुगलकी है। इससे सरकार पर तो कुछ असर पड़ेगा नहीं बल्कि लोगों में आपस में संघर्ष बढ़ेगा, इसका फायदा मदर डेयरी,अमूल और वेरका जैसी बड़ी कोआपरेटिव्स को होगा
कृषि कानूनों का विरोध में शामिल हो रही खाप पंचायतों ने अब प्रदर्शन का नया तरीका निकाला है। हरियाणा की ऐसी ही एक खाप पंचायत ने फैसला किया है कि एक मार्च से दूध 100 रुपये लीटर बेचा जाएगा। उन्होंने कहा कि दूध से तो शुरूआत है सरकार ने कानून वापस न लिए तो सब्जियां भी दो गुने दाम पर बेची जाएंगी।
हिसार के नारनौद में पंचायत के प्रतिनिधि ने बताया, 'हमने दूध को 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से अपील करते हैं कि सरकारी कोऑपरेटिव सोसाइटी को इसी दाम पर दूध बेचें।' यह फैसला सतरोल खाप की पंचायत में किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि यह दूध के दामों में बढ़ोतरी तेल के कीमतों के विरोध में भी है।
हरियाणा की बड़ी खापों में शामिल सतरोल खाप ने किसानों के समर्थन में यह फैसला किया है। फैसले के अनुसार गरीब आदमी को आपस में दूध देने पर कोई भी पाबंदी नहीं है। पंचायत के अनुसार किसानों को प्रदर्शन करते हुए कई महीने हो गए। सरकार के रवैयै को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
इससे पहले सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनरत किसान नेता ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार किसानों को घेरने की कोशिश कर रही है, जिसका तोड़ दूध के दाम दोगुने कर निकाला गया है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर सरकार नहीं मानी तो सब्जियों के दाम भी बढ़ाए जाएंगे। ट्विटर पर लोग पूछ रहे हैं कि जब लोग 100 रुपये लीटर पेट्रोल खरीद सकते हैं तो दूध क्यों नहीं?