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कृषि सुधार बिल का असर! धान खरीद में चमत्कारी ढंग से बढ़ोतरी, अब तक खरीदा गया इतना धान

खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 का आगमन पहले ही शुरू हो चुका है और सरकार ने अपनी मौजूदा एमएसपी योजनाओं के अनुसार किसानों से एमएसपी पर 2020-21 की खरीफ फसलों को खरीदना शुरू कर दिया है।

केएमएस 2020-21 के लिए धान खरीद में केरल जैसे कुछ अन्य राज्यों में खरीद की शुरुआत के साथ अब अच्छी तेजी आई है और मौजूदा खरीद वाले राज्यों में भी खरीफ फसलों की खरीदारी की गति में वृद्धि हुई है। जिसके परिणामस्वरूप एमएसपी मूल्य पर देश भर के कुल 1.7 लाख किसानों से 3847.05 करोड़ रुपये के कुल 20,37,634 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है।

इसके अलावा राज्यों के प्रस्ताव के आधार पर तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए खरीफ विपणन सीजन 2020 के लिए 30.70 एलएमटी दलहन और तिलहन की खरीद के लिए मंजूरी दी गई थी। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्य में 1.23 एलएमटी कोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद को भी मंजूरी दी गई।

अन्य राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के लिए मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत दलहन, तिलहन और कोपरा की खरीद के प्रस्ताव मिलने पर मंजूरी दी जाएगी। ताकि वर्ष 2020-21 के लिए अधिसूचित एमएसपी पर इन फसलों के एफएक्यू ग्रेड की खरीद सीधे पंजीकृत किसानों से की जा सके।

सरकार ने 07.10.2020 तक अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 2.71 करोड़ रुपये एमएसपी मूल्य के 376.65 मीट्रिक टन मूंग की खरीद की है। जिससे तमिलनाडु और हरियाणा में 269 किसान लाभान्वित हुए। इसी तरह, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के लिए स्वीकृत 1.23 एलएमटी कोपरा के मुकाबले कर्नाटक और तमिलनाडु में 3961 किसानों को लाभान्वित करते हुए 52.40 करोड़ रुपये एमएसपी मूल्य की 5089 मीट्रिक टन कोपरा की खरीद की गई। कोपरा और उड़द के संबंध बिक्री दरें एमएसपी के ऊपर या नीचे आसपास घूम रही हैं। संबंधित राज्य सरकारें मूंग और अन्य खरीफ दलहन तथा तिलहन की खरीद शुरू करने की व्यवस्था कर रही हैं।

खरीफ विपणन मौसम 2020-21 के दौरान बीज कपास (कपास) की खरीद 1 अक्टूबर, 2020 से शुरू हो गई है और 7 अक्टूबर, 2020 को भारतीय कपास निगम ने एमएसपी के तहत 994.25 लाख रुपये के मूल्य पर 354 गांठों की खरीद की है। जिससे 753 किसानों को लाभ हुआ है।.