भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के अनुसार 12 से 15 अगस्त 2020 के दौरान उत्तर पश्चिमी भारत (पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश) के प्रमुख हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर व्यापक रूप से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
गुजरात राज्य, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ में 11 से -15 अगस्त के दौरान और कोंकण तथा गोवा के उत्तरी भागों में 14 से 15 अगस्त के दौरान अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हो सकती है। गुजरात राज्य और पूर्वी राजस्थान में भी भारी बारिश की संभावना है। कम दबाव के क्षेत्र के साथ, 14 से 16 अगस्त 2020 के दौरान ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर व्यापक रूप से भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
इस इलाके में कम दबाव के क्षेत्र का मानसून सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति में बना हुआ है। अगले 4-5 दिनों के दौरान इसकी अपनी सामान्य स्थिति के आसपास और सक्रिय होने की संभावना है। उपरोक्त मौसम संबंधी परिस्थितियों के प्रभाव में 13 अगस्त के आसपास बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी के ऊपर एक कम दवाब का क्षेत्र विकसित होने की बहुत संभावना है, जिससे 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त, 2020 के दौरान पश्चिम तट के उत्तरी भागों और बंगाल की उत्तरी खाड़ी में मानसून की गति तेज होने की संभावना है।
अरब सागर से आने वाली तेज हवाएं / दक्षिण-पूर्वी हवाएं अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम में और इससे सटे मध्य भारत की तरफ रूख कर सकती है। क्षोभमण्डल (ट्रोपोस्फेरिक) स्तरों पर लगभग 18 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ एक पूर्व-पश्चिम शीयर जोन अपटतीय गर्त बना रहा है और अगले 2 दिनों के दौरान इसके बने रहने की संभावना है।.