इजरायल और उत्तर प्रदेश ने गुरुवार को भारत-इजरायल बुंदेलखंड जल परियोजना की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की जल चुनौतियों के अनुरूप जल प्रबंधन के लिए इजराइली मॉडल का प्रदर्शन और कार्यान्वयन करना है।
समझौते पर भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मलका और उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने हस्ताक्षर किए। परियोजना में मूल्य श्रृंखला के तीन प्रमुख घटक शामिल हैं: जल संरक्षण, जल कुशल परिवहन और कृषि के लिए उन्नत जल प्रथाएं।
इस अवसर पर मलका ने कहा कि यह इजरायल और भारत के बीच बहुमुखी साझेदारी का एक और उदाहरण है। इजरायल उत्तर प्रदेश सरकार के साथ अपनी सबसे उन्नत, अभिनव और अत्याधुनिक जल प्रौद्योगिकियों को साझा करने का इच्छुक है। हाल के दशकों में पानी की कमी से निपटने के लिए इजरायल में विकसित अत्याधुनिक नवाचारों ने इसे जल प्रबंधन के सभी पहलुओं में एक विश्व नेता के रूप में स्थान दिलाने में मदद की है।
2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा के दौरान इजरायल और भारत ने देश में जल संरक्षण और राज्य जल उपयोगिता सुधार के साथ ही सहयोग बढ़ाने के लिए दो बड़े जल समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। 2019 में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दोनों देशों के बीच जल के क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए जल प्रौद्योगिकी और पर्यावरण नियंत्रण सम्मेलन और प्रदर्शनी की रूपरेखा में इजरायल का दौरा किया था।
इजरायली दूतावास के एक बयान में कहा गया, यह समझौता दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग में एक प्रमुख परियोजना है और एक नए अध्याय को खोलता है, जिससे देश पानी के क्षेत्र में हमारे रणनीतिक सहयोग का लाभ उठा सकते हैं।.