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बंगाल के इस गाँव में फतवा जारी, टीवी देखने, संगीत सुनने और कैरम खेलने पर भरना होगा हर्जाना

बंगाल के इस गाँव में फतवा जारी, टीवी देखने, संगीत सुनने और कैरम खेलने पर भरना होगा हर्जाना

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मुसलमानों की एक समाज सुधार संस्था ने एक फतवा <a href="https://www.newindianexpress.com/nation/2020/aug/17/bengal-village-heads-fatwa-bans-music-tv-and-carrom-tmc-leader-says-nothing-wrong-in-it-2184664.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">जारी</a> करके टेलीविजन देखने, कैरम खेलने और मोबाइल फोन या कम्प्यूटर पर गाने सुनने पर फतवा जारी कर दिया है.

घटना मुर्शिदाबाद के गांव अद्वैत नगर की है, जहां फतवा शराब पर प्रतिबंध लगाने की आड़ में जारी किया गया. इसमें शराब और नशीले पदार्थ बेचने वालों, जुआ खेलने वालों और लॉटरी का टिकट खरीदने वालों को सजा देने और उन पर जुर्माना लगाने की बात कही गई है. लेकिन जो बात सबसे ज्यादा हैरान करती है वो ये है कि इसमें कैरम बोर्ड खेलने वालों पर, टीवी देखने वालों पर, और मोबाइल फोन और कंप्यूटर पर गाने सुनने वालों पर एक हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया गया है और जो भी व्यक्ति नियम तोड़ने वालों की जानकारी देगा यानी मुखबिरी करेगा उसे इनाम के तौर पर 200 रुपये दिए जाएंगे.

फतवे के अनुसार अगर कोई टीवी देखने, मोबाइल फोन या कंप्यूटर का उपयोग संगीत सुनने के लिए करता है, तो फतवे में 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। "अगर किसी को कैरम खेलते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे 500 रुपये का भुगतान करना होगा और लॉटरी खरीदने के मामले में जुर्माना राशि 2,000 रुपये होगी। सूचना देने वालों को पुरस्कृत करने के प्रावधान हैं। यदि किसी की जानकारी हमें अपराधी को पकड़ने में मदद करती है, तो पुरस्कार के रूप में 200 रुपये दिए जा सकते हैं, जो निर्देशों में उल्लिखित अपराध की प्रकृति पर निर्भर करता है।"

<img class="size-medium wp-image-10107 aligncenter" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/08/EfyUYG4UEAA3Hof-222×300.jpg" alt="" />

जैसे ही <a href="https://www.telegraphindia.com/amp/west-bengal/lottery-sale-music-at-tea-stalls-banned/cid/1789377?__twitter_impression=true?ref=inbound_article#" target="_blank" rel="noopener noreferrer">खबर</a> फैली, सोशल मीडिया पर इस निर्णय को लेकर लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया आई. ज़्यादातर लोगों ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गांव में शरिया कानून लागू हो गया है.
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">Heads of minority dominated Adwaita Nagar village in West Bengal issued fatwa imposing ban on:
– Watching TV
– Playing carom
– Purchasing lottery
– Listening to music using mobiles &amp; computers

What next? Use only camels for transportation?

Uniform Civil Code is a must for India</p>
— Anshul Saxena (@AskAnshul) <a href="https://twitter.com/AskAnshul/status/1296015927666855937?ref_src=twsrc%5Etfw">August 19, 2020</a></blockquote>
<script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="hi">पश्चिम बंगाल ने एक गाँव शरिया क़ानून लागू कर दिया है , इस गाँव में TV देखना , शराब पीने , फ़ोन रखने , गाने सुनने वाले के लिए फ़तवा जारी हो जाता है सजा दी जाती है

Thank you WB govt and Mamta didi ! <a href="https://t.co/ONGTu3ITQy">pic.twitter.com/ONGTu3ITQy</a></p>
— ?? ????? ????? ?????????? (@DrGuddiSinghRaj) <a href="https://twitter.com/DrGuddiSinghRaj/status/1296774307238957056?ref_src=twsrc%5Etfw">August 21, 2020</a></blockquote>
<script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">Village Head in Murshidabad district issue fatwa banning music, lottery, watching TV

As per 2011 Census in Murshidabad
Population of Muzl!ms: 66.27%
And Hindus: 33.21%

But in 2020 I think they are 80%, soon will be Sharia Law???? <a href="https://twitter.com/hashtag/AarNoiGonotontrerHotya?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw">#AarNoiGonotontrerHotya</a><a href="https://t.co/Uu3qbQSmx7">https://t.co/Uu3qbQSmx7</a></p>
— Akshay Singh (@iakshaysinghel) <a href="https://twitter.com/iakshaysinghel/status/1295972321014890496?ref_src=twsrc%5Etfw">August 19, 2020</a></blockquote>
<script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="en">'No TV, No Music, No Phones,' A village in Mamata's West Bengal becomes India’s first Sharia compliant village

Would you believe it ,it’s happening In a minority-dominated village in WB Murshidabad district

This is the freedom you get in M Dominated area <a href="https://t.co/GP05NS4GWm">https://t.co/GP05NS4GWm</a></p>
— Ashwin (@Ashwinkiing) <a href="https://twitter.com/Ashwinkiing/status/1295987684763000832?ref_src=twsrc%5Etfw">August 19, 2020</a></blockquote>
<script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

हालांकि पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस खबर को भ्रामक बताते हुए ट्वीट किया कि कार्रवाई की जा रही है.
<blockquote class="twitter-tweet">
<p dir="ltr" lang="und"><a href="https://twitter.com/hashtag/FakeNewsAlert?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw">#FakeNewsAlert</a> <a href="https://t.co/N5Kf7sKOve">pic.twitter.com/N5Kf7sKOve</a></p>
— West Bengal Police (@WBPolice) <a href="https://twitter.com/WBPolice/status/1296056473512902656?ref_src=twsrc%5Etfw">August 19, 2020</a></blockquote>
<script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

सलीसी सभा, जो कि मुस्लिमों की एक समाज सुधर संस्था बताई जाती है, के अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अजहरुल शेख ने इस फतवे को सही ठहराते हुए बताया कि यह निर्णय युवाओं की ‘भलाई’ के लिए लिया गया है और इसे मानना अनिवार्य है.
अजहरुल ने यह भी कहा कि पुलिस ने उनसे इस मामले में कोई संपर्क नहीं किया है.

पश्चिम बंगाल सरकार पर भाजपा लगातार मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाती रही है. इस घटना ने विपक्ष को एक बार फिर बंगाल सरकार पर निशाना साधने के लिए मुद्दा दे दिया है..