सनातन धर्म के पंचाग के दूसरे वैशाख माह की पूर्णिमा को ही बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं। इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। वैशाख पूर्णिमा को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का ध्यान-पूजन करने से धन-धान्य आता है। सम्मान मिलता है। जो बेरोजगार हैं उनके रोजगार की संभावना बनती है। जिनका कर्जा नहीं उतर रहा है उनके कर्ज वापसी के रास्ते बन जाते हैं और भगवान लक्ष्मी नारायण की पूजा से खोया हुआ प्यार भी मिल जाता है।
इस साल बुद्ध पूर्णिमा कई शुभ संयोगों में मनाई जा रही है। आज बुद्ध पूर्णिमा के दिन शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
शुभ योग का कालावधि
सर्वार्थ सिद्धि योग- 04:59सुबह से 01:16अगले दिन सुबह तक
अमृत सिद्धि योग- 04:59सुबह से 01:16अगले दिन सुबह तक।
बुद्ध पूर्णिमा का दिनमान आज 26मई दिन बुधवार को शाम 04बजकर 43मिनट तक रहेगा।
पूर्णिमा के दिन क्या करें-
*सादे पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
* घर के मंदिर में भगवान विष्णु का दीपक जलाएं।
* घर के मुख्य द्वार पर रोली, हल्दी या कुमकुम से स्वस्तिक बनाएं और गंगाजल का छिड़काव करें।
* बोधिवृक्ष के सामने दीपक जलाएं और उसकी जड़ों में दूध अर्पित करें।
* गरीबों को भोजन व वस्त्र आदि दान करें।
* शाम को चंद्रमा को अर्घ्य दें।
आज छाया चंद्र ग्रहण भी है तो ग्रहणकाल में अपने इष्ट देव की पूजा करें। ग्रहण के बाद स्नान आदि करें और अपने घर के मंदिर को साफ करें। भगवान को स्नान कराएं।