फास्ट फूड ब्रांड बर्गर किंग का नाम बदल दिया है। खबर है कि 'बर्गर किंग इंडिया लिमिटेड' नाम को बदलकर रेस्टोरेंट ब्रांड्स एशिया लिमिटेड किया जाएगा। बदले नाम को लागू कराने के लिए रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज और मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (एमसीए) से मंजूरी ली जाएगी। नाम बदलने के अलावा कंपनी ने बर्गर किंग सिक्योरिटीज के बारे में भी बताया है। बर्गर किंग ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि उसके बोर्ड ने 1500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है। ये फंड जुटाने के लिए बर्गर किंग सिक्योरिटीज जारी करेगा।
यह भी पढ़ें- Sarkari Naukri: प्रोफेसर बनने का सपना होगा पूरा, IP University ने निकाली बंपर वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई
आज (15 दिसंबर) को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बर्गर किंग ने कई बड़ी बातें कही हैं। फाइलिंग में कहा गया है- 'पब्लिक और प्राइवेट ऑफरिंग के जरिये कंपनी फंड जुटाएगी। इसके लिए प्रेफरेंशियल इश्यू, क्लालिफाइड इंस्टीट्यूशन्स प्लेसमेंट का सहारा लिया जाएगा। फंड जुटाने का पूरा काम कायदे-कानून के तहत होगा। यह कंपनी अभी हाल में अपना आईपीओ लेकर आई है। इसने आईपीओ से 810 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके बाद फंड से 1500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी है। इस तरह कंपनी की झोली में 2300 करोड़ रुपये आ सकते हैं।
यह भी पढ़ें- Tech Mahindra Group की इस कंपनी में कई पद खाली, सलेक्शन होने पर डबल होगी सैलरी, अपडेट कर लें रिज्यूम
आपको बता दें कि बर्गर किंग फास्ट फूड ब्रांड है जिसे शॉर्ट में बीके भी कहा जाता है। यह कंपनी हैमबर्गर फास्ट फूड रेस्टोरेंट की अंतरराष्ट्रीय चेन का हिस्सा है। इस कंपनी का मुख्यालय फ्लोरिडा, अमेरिका में है. कंपनी की शुरुआत 1953 में एक छोटे से ब्रांड से हुई थी, लेकिन बाद में इसका दायरा पूरी दुनिया में फैल गया। 1954 में बर्गर किंग ने अमेरिका के बाजारों में बर्गर, फ्राई, सोडा और मिल्कशेक जैसी चीजों की बिक्री शुरू की थी, लेकिन आज यह खाने-पीने के कई प्रोडक्ट बाजारों में बेचती है। बर्गर किंग के मेनू में पहली बार 1957 में व्हौपर को शामिल किया गया जो उसके बाद से बर्गर किंग का सबसे प्रमुख प्रोडक्ट बन गया है।