कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बेकाबू हुए कोरोना वायरस की वजह से अधिकतर राज्यों में लॉकडाउन लगाना पड़ा। इस दौरान देखा गया की कई लोगों की नौकरियां चली गई, इनमें से कई लोगों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। ऐसे में केंद्र सरकार लगातार लोगों की मदद कर रही है। फ्री राशन बांटने से लेकर लोगों की आर्थिक मदद तक कर रही है। अब केंद्र सरकार एक प्रतियोगिता लेकर आई है जिसके तहत आप 5 लाख रुपए जीत सकते हैं। जो कि इस महामारी के दौर में एक बड़ी आर्थिक मदद हो सकती है।
25 जून है अंतिम डेट
दरअसल, केंद्र सरकार ने लोगों को 5 लाख रुपये जीतने का मौका दिया है। जिसको जीतने के लिए आपको एक प्रतियोगिता में भाग लेना होगा। भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन और संयुक्त राष्ट्र SDG के समर्थन में, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने इन्वेस्ट इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और AGNIi के साथ मिलकर एक "ग्रैंड वाटर सेविंग चैलेंज" शुरू किया है। ध्यान रहे कि भाग लेने वाले प्रतियोगी को अपने द्वारा बनाएं गए मॉडल को 25 जून 2021 तक सबमिट करना होगा।
इस कॉन्टेस्ट में इंडियन टॉयलेट के लिए एक इनोवेटिव फ्लश सिस्टम तैयार करना है। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य शौचालय की स्वच्छता और हाइजिन के साथ वाटर सेविंग का भी ध्यान रखना है। स्वच्छता की सीधा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस अभिनव समाधान से स्वच्छता के साथ ही पानी के उपयोग को कम कर सकते हैं, जो समय की सबसे बड़ी मांग है।
In support of the Prime Minister’s Swachh Bharat Mission and the UN SDGs, Hindustan Unilever Ltd. in association with Invest India, Startup India and AGNIi, have launched the "Grand Water Saving Challenge". pic.twitter.com/ccRHHByb70
— Digital India (@_DigitalIndia) May 28, 2021
पहले और दूसरे स्थान आने पर इतनी मिलेगी इनामी राशि
इस चैलेंज में पहले स्थान पर आने वाली टीम या फिर व्यक्ति को 5 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। वहीं प्रतियोगिता में दूसरे नंबर पर आने वाले को 2.50 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आपको https://www.startupindia.gov.in/content/sih/en/ams-application/challenge.html?applicationId=6050cc03e4b03f92cbc8c95e की लिंक पर जाना होगा।
कॉन्टेस्ट में पार्टिसिपेट करने वाली एंट्री को स्टार्टअप इंडिया हब पर जमा की जा सकती हैं। DPIIT (उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग) द्वारा पंजीकृत स्टार्टअप और शैक्षणिक संस्थान भाग इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।