कोरोना महामारी के गम्भीर संकट के बीच इस वर्ष का दीवाली त्यौहार पूरी तरह से एक अलग ही अंदाज में पूरे देश में मनाया गया। जिसमें कुछ बहुत ही नवीन विशेषताएं शामिल थीं। इनमें चीनी सामानों के पूर्ण बहिष्कार, भारतीय सामानों के बड़े पैमाने पर उपयोग के साथ-साथ भारत में 8 महीने से चली आ रही व्यापार क्षेत्र की मंदी का अंत हुआ। दीवाली त्यौहार सीजन बिक्री से देश भर में लगभग 72 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders-CAIT) के अनुसार, रिटेल व्यापार के विभिन्न वर्गों-खास तौर पर भारत में बने एफएमसीजी उत्पाद, उपभोक्ता वस्तुएं, खिलौने, बिजली के उपकरण और सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और सफेद सामान, रसोई के सामान, उपहार की वस्तुएं, मिठाई-नमकीन, घर का सामान, टेपेस्ट्री, बर्तन, सोना और गहने, जूते, घड़ियां, फर्नीचर, फिक्सचर ,वस्त्र, फैशन परिधान, कपड़ा, घर की सजावट का सामान, मिट्टी के दीये सहित दीवाली पूजा का सामान, सजावटी सामान, हस्तकला की वस्तुएं, वस्त्र, घर द्वार पर लगाने वाले शुभ-लाभ,ओम, देवी लक्ष्मी के चरण आदि अनेक त्यौहारी सीजन वस्तुओं की बिक्री बहुत अच्छी रही।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देश भर में सप्लाई चेन के प्रमुख वितरण केंद्र का दर्जा प्राप्त 20 अलग-अलग शहर से एकत्रित रिपोर्ट के अनुसार दीवाली त्यौहार सीजन बिक्री से देश भर में लगभग 72 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। इससे चीन को सीधे तौर पर लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का व्यापार घाटा हुआ।
उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के स्पष्ट निदेर्शों के बावजूद सरकारी अधिकारियों की लापरवाही से स्पष्ट पटाखा नीति का अभाव मुख्य कारण रहा। जिसके चलते बड़े एवं छोटे तथा बेहद मामूली स्तर के पटाखों के निर्माणकर्ता एवं विक्रेताओं को लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ।
20 शहरों-दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद, कोलकाता, नागपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, रांची, भोपाल, लखनऊ, कानपुर, नोएडा, जम्मू, अहमदाबाद, सूरत, कोचीन, जयपुर, चंडीगढ़ को कैट वितरण शहर मानता है और विभिन्न विषयों पर नियमित सर्वेक्षण कराता है।
यदि सेंसेक्स कोई संकेतक है तो निश्चित रूप से देश में व्यापार के लिए एक उज्ज्वल भविष्य है। क्योंकि स्टॉक एक्सचेंजों के सभी प्रमुख सूचकांक निफ्टी के साथ-साथ भविष्य के बेहद अच्छे परिणाम दिखाते हैं। दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग पर बीएसई 12,780 पर और नि़फ्टी 43,637.98 पर बंद हुआ।
पिछली दीवाली से लेकर इस दीवाली के बीच सूचकांकों ने कोरोना और लॉकडाउन के प्रभाव के बावजूद लगभग 10 प्रतिशत इजाफा किया। वृहद मोर्चे पर रिकवरी के अच्छे संकेतों और लगातार हो रहे निवेश के जारी रहने के कारण अगली दीवाली तक निफ्टी के 14,000 को छूने का अनुमान है।.