यूं तो हर सप्ताह के हर एक दिन सभी भगवान की पूजा की जाती है, लेकिन सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन महिला और पुरुष दोनों ही व्रत पूजा आदि कर शिव शंकर की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सोमवार के दिन सुबह सुबह स्नान करके अगर संभव हो तो शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग या शिव प्रतिमा के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और व्रत पूजन का संकल्प लें। आप घर पर भी शिव प्रतिमा के सामने खड़े होकर धूप दीप अगरबत्ती जलाकर भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की विधिवत पूजा करें। पूजा और आरती के उपरांत आप दक्षिणा, वस्त्र, अन्न आदि का दान भी कर सकते हैं। कहा जाता है सोमवार के दिन भगवान शिव की अराधना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, उनकी कृपा से भक्तों के सभी काम बहुत ही जल्द पूरे होने लगते हैं।
सोमवार व्रत के प्रकार यहां जानिए
-प्रति सोमवार व्रता पूजा
-सोम प्रदोष व्रत पूजा
-सोलह सोमवार व्रत पूजा
सोमवार व्रत पूजा में न करें ये गलती
-तांबे के लोटे में कभी भी दूध डालकर उससे भगवान भोलेनाथ का अभिषेक नहीं करना चाहिए। क्योंकि तांबे में दूध डालने से वह संक्रमित हो जाता है।
-भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर चंदन का ही लेप लगाएं उस पर रोली और सिंदूर का लेप कतई ना लगाएं
-शिवलिंग की परिक्रमा कर रहे हैं तो वह परिक्रमा पूरी न करें बल्कि जहां से पानी बह रहा हो वहीं से वापस लौट आए।
-सोमवार का व्रत रखने वाले व्यक्ति को किसी भी सफेद चीज का दान नहीं करना चाहिए। चीनी का रंग सफेद होने की वजह से सोमवार के व्रत में चीनी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
-पूजा में नारियल का प्रयोग, नारियल के पानी का प्रयोग नहीं किया जाता।
-तुलसी दल भी सोमवार के व्रत में वर्जित है।
-सोमवार के दिन पूजा करने वाला व्यक्ति केसरिया ,पीला ,लाल वस्त्र पहन सकता है।
-सोमवार व्रत पूजा में काले वस्त्र का प्रयोग कतई नहीं करें।
-सोमवार के दिन उत्तर और पूर्व दिशा की यात्रा वर्जित है इस दिन उत्तर और पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से धन हानि और स्वास्थ्य हानि की संभावना बढ़ जाती है।