शरीर में जब यूरिक एसिड ज्यादा बनने लगती है तो किडनी के लिए इसे फिल्टर कर पाना मुश्किल हो जाता है। धीरे-धीरे ये यूरिक एसिड क्रिस्टलाइज होने लगता है और छोटो-छोटे कणों के रूप में नसों में बैठने लगता है। जिससे जॉइंट पेन, शरीर में सूजन और दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। हाई यूरिक एडिड लेवल वाले लोगों में आगे चलकर गठिया रोग की समस्या भी सकती है। इसलिए शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकना बहुत जरूरी है।
यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जो लोग गठिया से ग्रस्त हैं उन्हें अपनी डाइट में प्रोटीन को कम से कम शामिल करना चाहिए। आईए जानते हैं क्या अंडा खाना उनके लिए फायदेमंद होगा या नहीं।
हाई यूरिक एसिड में अंडा
विशेषज्ञों की माने तो यूरिक एसिड बढ़ने के पीछे प्यूरीन नामक प्रोटीन का हाथ होता है। ऐसे में लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके फूड्स में कौन सा प्रोटीन मौजूद है। अगर कोई खाद्य पदार्थ प्यूरीन से भरपूर होता है तो इसके सेवन से बचना चाहिए। बताया जाता है कि अंडा खाने से गठिया का खतरा नहीं होता हैं। अंडे में प्यूरीन की मात्रा बेहद कम होती है। वहीं, ये प्रोटीन, विटामिन-बी12, विटामिन डी और कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ऐसे में यूरिक एसिड के मरीज बेझिझक अंडे की सफेदी का सेवन कर सकते हैं। एक शोध के मुताबिक औसतन सप्ताह में 7 अंडा खाने से कोई भी परेशानी नहीं होती है।
इसके दूसरे फायदे
अंडे सेवन से लोगों का पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है और वे ऊर्जावान महसूस करते हैं। अंडे के पीले भाग में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो शरीर को बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, दिन की शुरुआत अंडे से करने से जल्दी भूख नहीं लगती है,ऐसे में अगर ज्यादा वजनदार लोग इसे खाते हैं तो उनके लिए वजन कम करना आसान होगा।
इन बातों का रखें ध्यान
वहीं, ज्यादा अंडा खाना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल होता है, माना जाता है कि पीले भाग में करीब 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। ऐसे में सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें। खासकर गर्मियों में एक से अधिक अंडा नहीं खाना चाहिए।