अपना खुद का घर होने हर किसी का सपना होता है और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए हमे होम लोन का सहारा लेना पड़ता है जिसे चुकाना एक बड़ा सवाल होता है। होम लोन कहां से लें, कैसे लें, कितना लें, कितनी ईएमआई बनवाएं ये सारे सवाल होम लोन लेने से पहले मन में चल रहे होते हैं। इसके साथ ही कई बार यह भी देखा गया है कि एक व्यक्ति को कम ब्याज दर पर जबकि किसी दूसरे व्यक्ति को अधिक ब्याद दर पर होम लोन मिलता है। दरअसल, होम लोन की ब्याज दर लोन अमाउंट और सिविल स्कोर सहित कई बातों पर निर्भर करती हैं। आप इन तरीकों को अपनाएं होम लोन पर ब्याज कम हो जाएगा…
रखें अच्छा क्रेडिट स्कोर
किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है। आपको होम लोन कितनी आसानी से मिलेगा या कितनी ब्याज दर पर मिलेगा यह तय होने में क्रेडिट स्कोर की अहम भूमिका होती है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से कम ब्याज दर पर लोन मिल जाएगा।
महिलाओं को मिलता है सस्ता लोन
होम लोन लेते वक्त यह कोशिश करें कि अपनी पत्नी, माता, बेटी या फिर घर के किसी महिला सदस्य के नाम पर लें, क्योंकि महिलाओं को पुरूषों के मुकाबले सस्ता होम लोन मिलता है। महिलाओं को 5 बेसिस प्वॉइंट सस्ता होम लोन मिलता है। परिवार की किसी महिला के साथ मिलकर ज्वॉइंट होम लोन लिया जा सकता है, इससे भी कम ब्याज पर लोन मिलता है।
ज्यादा न लें लोन
ज्यादा लोन लेने से बचे क्योंकि, लोन अमाउंट भी ब्याज दर तय करने में भूमिका निभाता है, आपके लोन की ब्याज दर आपके लोन अमाउंट के हिसाब से रहती है। लोन अमाउंट जितना ज्यादा होगा ब्याज दर भी उतनी ही ज्यादा होगी।
उम्र और नौकरी
नौकरीपेशा वेतनभोगियों को बैंक जल्दी और कम ब्याज पर लोन देते है। उन्हें यहां पैसा वापस मिलने की जल्दी संभावना दिखती है। अधिक उम्र के लोगों को बैंक ब्याज देने में हिचकिचात हैं या फिर ज्यादा ब्याज दर पर लोन लेते हैं।
जिस बैंक में हो खाते वहीं से लें होम लोन
होम लोन लेते वक्त सबसे पहले यह कोशिश करें कि आपका खाता जिस बैंक में है उसी से लोन ले। बैंक अपने रेगुलर कस्टमर्स को कम ब्याज पर और आसानी से लोन उपलब्ध कराते हैं।