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इन 4 राशि वालों के बुरे दिन आज से शुरू, हर पल रहे सावधान, जरा सी चूक खतरे में डाल सकती है जान

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देव गुरु बृहस्पति आज कुंभ राशि में अस्त हो गए हैं। बृहस्पति के अस्त होने के बाद से कोई मांगलिक कार्यक्रम नहीं होते और न ही शहनाई बजती है। वहीं सूर्य देव मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेगें। कुंभ राशि में सूर्य व गुरु की युति 12 साल बाद बन रही है। इससे पहले कुंभ राशि में गुरु और शनि की युति बनी थी। बृहस्पति ग्रह को गुरु कहा जाता है। ये ग्रह धनु और मीन राशि का स्वामी ग्रह हैं। गुरु ज्ञान, शिक्षा, दान, पुण्य व धार्मिक कार्य के कारक माने जाते हैं। ज्योतिष की मानें तो जिस व्यक्ति पर इस ग्रह की कृपा बरसती है उसका जीवन खुशहाल रहता है।

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गुरु ग्रह कुंभ राशि में गोचर कर रहा है। इस ग्रह के अस्त होने की अवधि 22 फरवरी से 22 मार्च तक रहेगी। कुंभ राशि में गुरु व सूर्य की युति का संयोग 12 साल बाद बन रहा है। गुरु बृहस्पति के अस्त होने के बाद मांगलिक कार्यक्रम में विराम लग जाएगा। वहीं एक महीने तक शहनाई की गूंज भी नहीं सुनाई देगी। कुंभ राशि में गुरु बृहस्पति के अस्त होने का लाभ दो राशियों को अधिक मिलेगा। मेष और सिंह राशि के लिए गुरु का गोचर होना किस्मत बदलेगा। ऐसा संयोग कई साल बाद बन रहा है।

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6 राशियों के लिए शुभ रहेगा गुरु का अस्त– गुरु बृहस्पति का अस्त होना वृषभ, मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि के लिए बहुत ही फलदायी होगा। इन राशि के जातकों के लिए मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। घर में सुख-समृद्धि आएगी।

4 राशियों के जातक रहें सर्तक- गुरु के अस्त होने पर कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वालों को सावधान रहना होगा। ऐसे लोगों को बेवजह विवाद से बचना होगा। धन हानि होने की भी संभावनाएं प्रबल हैं।