होली का पावन त्योहार खुशियां और उत्साह लेकर आता है। रंगों के इस महोत्सव के बारे में ये भी माना जाता है कि इस त्योहार पर मन के सारे क्लेश और विकार तो खत्म हो ही जाते हैं साथ ही समाजिक बंधन भी मजबूत होता है। वहीं वास्तु शास्त्र में इस त्योहार को बेहद खास तरजीह दी जाती है। वास्तुशास्त्र में इस त्योहार पर छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है और कहा जाता है कि अगर इन उपायों को कर लिया जाए तो आपकी किस्मत का सितारा तक बदल सकता है। क्या हैं ये उपाय आईये जानते हैं।
वास्तु शास्त्र के होली पर किये जाने वाले उपाय
होली पर अपने घर या प्रतिष्ठान की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर भगवान श्रीगणेश की मूर्ति लगाएं और घर की पूर्व दिशा में उगते हुए सूरज का चित्र लगाएं। घर की दक्षिण दिशा में दौड़ते हुए घोड़ों का चित्र लगाएं। होली के अवसर पर घर में श्रीयंत्र लाएं और इसे अपने घर या दुकान में स्थापित करें। होली पर मोती शंख को घर में लाएं। अपने घर के मुख्य द्वार पर द्विमुखी दीपक जलाएं। होली पर किसी विरोधी द्वारा दी गई, लौंग या इलायची का सेवन न करें। अगर घर में लगी ध्वजा पुरानी हो गई है या उसका रंग फीका हो गया है तो होली पर इस ध्वजा को बदल दें।
होलिका दहन घर के भीतर नहीं करना चाहिए
होलिका की राख को घर के चारों ओर छिड़कने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होता है। होली पर काले रंग का प्रयोग न करें। होली के दिन गहरे रंग के कपड़े न पहनें। सफेद रंग सबसे अच्छा माना जाता है। यह रंग चंद्रमा का प्रतीक है और विन्रमता दर्शाता है। होली का रंग सबसे पहले अपने इष्टदेव और पितृगणों को लगाएं। त्योहार के दिन अपने घर के दरवाजे को अशोक की पत्तियों से बने तोरण से सजाएं। होली के दिन अपने घर के मुख्य द्वार पर गुलाल अवश्य छिड़कें।
वास्तु के अनुसार होली पर रंग खेलने से स्वास्थ्य और यश में वृद्धि होती है
होली पर श्रीराधा-कृष्ण की सुंदर तस्वीर लाकर घर के मुख्य द्वार पर लकड़ी की चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर रखें। होली खेलने से पहले गुलाबी रंग का गुलाल लेकर सबसे पहले राधा-कृष्ण को अर्पित करें। गुलाल के पैकेट में चांदी का सिक्का रखें, फिर उसे लाल कपड़े में रखकर कलावे से बांध दें। इससे धन लाभ होगा और रुका हुआ धन भी प्राप्त हो सकेगा। होली पर घर में आने वाले सभी मेहमानों को कुछ ना कुछ अवश्य ही खिलाकर वापस भेजें। ऐसा करने से भाग्य प्रबल होता है। होली के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र एवं गुलाब की माला अर्पित करें।
नोट – सभी उपाय भारतीय रिति रिवाज और जीवनशैली, वास्तु तथा धार्मिक मान्यता से जुड़ें हैं।