इस वक्त दुनियाभर में इलेक्ट्रिक कारों का बोल बाला बढ़ गया है। बड़ी से बड़ी कंपनियां अब इलेक्ट्रिक वाहनों के बनाने पर ध्यान दे रही हैं। लेकिन इस बीच सोलर पावर से चार्ज होकर चलने वाली कार को पेश किया है। सोलर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता लाइटइयर ने हाल ही में अपनी लाइटइयर वन प्रोटोटाइप कार का टेस्ट किया है। कंपनी का कहना है कि ये सन लाइट से चार्ज होगी और फुल चार्ज होने के बाद 710 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेगी।
कंपनी का कहना है कि लाइटइयर वन दुनिया का पहला लंबी दूरी का सोलर इलेक्ट्रिक वाहन है। लाइटइयर के जरिए प्रोटोटाइप कार को जर्मनी के एल्डनहोवन टेस्टिंग सेंटर में ले जाया गया जहां उसने 85 किमी प्रति घंटे की स्पीड से एक ड्राइव ट्रैक पूरा किया। टेस्टिंग 60kWh के सिंगल बैटरी चार्ज पर किया गया था। लाइटइयर का मानना है कि आज बाजार में सबसे कुशल इलेक्ट्रिक कारें भी इस कम गति पर लगभग 50% अधिक ऊर्जा की खपत करती हैं।
सोलर पैनल, व्हील का फंक्शन, कूलिंग सिस्टम का कंजम्पशन, सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग और बैटरी परफॉर्मेंस के अलावा हर चीज के टेस्टिंग की गई। कंपनी का कहना है कि, लॉन्ग रेंज वाली सोलर कार एक बड़े अवसर के रुप में सामने आ सकती है और मोबिलिटी को बदल सकती है क्योंकि कोई भी महीनों तक गाड़ी को बिना चार्ज के नहीं चला सकता।
लाइटइयर लेक्स होफ्सलूट के सह-संस्थापक और सीईओ ने कहा है कि, इस प्रोटोटाइप में 440 मील से अधिक की रेंज है और 53 मील प्रति घंटे पर केवल 137Wh/मील की ऊर्जा खपत होती है। यह मील का पत्थर हमारे व्यापार मॉडल की मापनीयता की एक बड़ी पुष्टि है। इसके आगे उन्होंने कहा है कि, हमें विश्वास है कि आने वाले महीनों में हम हाईवे स्पीड से ऊर्जा की खपत के समान स्तर तक पहुंचने में सक्षम होंगे।
ईवी की प्रति मील ऊर्जा खपत कम करने का मतलब है कि आप एक छोटी बैटरी पर बहुत अधिक रेंज प्रदान कर सकते हैं। कम ऊर्जा खपत वाली कारों में सोलर सेल्स को जोड़ने से एक फायदा हो सकता है क्योंकि यह धूप वाले दिन में लगभग 45 मील चार्ज कर सकता है। कंपनी की माने तो 2022 की पहली छमाही में 946 लाइटइयर वन्स की एक एक्सक्लूसिव सीरीज प्रोडक्शन में जाएगी क्योंकि वह 2024 से बड़े पैमाने पर मास्केट का पता लगाना चाहती है।