हर कोई चाहता है उनके घर में मां लक्ष्मी का वास हो। कहते है कि जिस घर में मां लक्ष्मी का वास होता है… वहां धन के साथ-साथ खुशहाली की भी प्राप्ति होती है और जिस जिस घर से माता रुठ जाती है, वहां कंगाली और दरिद्रता आ जाती है। इसलिए कभी भी मां को रुष्ट होने न दें। मां को खुश रखने के लिए उनकी दिल से अराधना करें और उनका ध्यान धरे। वैभव लक्ष्मी का दिन शुक्रवार का माना जाता है। इस दिन भक्त मां लक्ष्मी के लिए व्रत रखते है। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन व्रत रख विधि-विधान से पूजा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
इस व्रत को पुरुष और स्त्री दोनों ही मां लक्ष्मी के लिए रख सकते है। सुहागिन स्त्रियों के लिए ये व्रत ज्यादा शुभ माना जाता है। व्रत रखने से पहले आप अपने मन में कोई भी मनोकामना मांग ले। इस व्रत को आप अपनी श्रद्धा के अनुसार 11 या 21 शुक्रवार तक रख सकते है। वैभव लक्ष्मी की पूजा शाम को की जाती है। लक्ष्मी मां का पूजन करने के लिए कई बातो का ध्यान रखें। पूजा करने से पहले स्नान करें। इसके बाद पूर्व दिशा में चौकी पर लाल कपड़ा बिछा कर मां लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित करें। मां लक्ष्मी के बगल में श्रीयंत्र रखें। मां लक्ष्मी को सफेद वस्तुएं काफी प्रिय है, इसलिए पूजा के दौरान श्वेत वस्त्र पहने। मां को सफेद फूल चढ़ाए।
सफेद पुष्प के अलावा मां लक्ष्मी को गुलाब भी प्रिय है। भोग के लिए सफेद रंग की चीजों को बनाए, जैसे- चावल की खीर आदि। पूजा के बाद वैभव लक्ष्मी कथा का पाठ जरुर करें। व्रत वाले दिन सिर्फ फलों का ही सेवन करना होता है। आप चाहे तो शाम को अन्न ग्रहण भी कर सकते है। आप व्रत के दिन कच्चे केले की टिक्की, सिंघाड़े की नमकीन बर्फी, साबूदाने का पुलाव, कूटू की सब्जी, कूटू के पराठे, खीरे,आलू और मूंगफली का सलाद भी खा सकती है। मान्यता है कि मां लक्ष्मी का व्रत रखने से सारी मनोकामना पूरी होती है। धन की वर्षा तो होती है, साथ ही घर में खुशहाली और शांति भी निवास करती है।