देश के 6 करोड़ नौकरीपेशा लोगों को अब उनके पीएफ पर ज्यादा ब्याज मिल सकता है। पीएफ की संस्था कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने एक फैसला किया है कि, अब वो कर्मचारियों के पीएफ का एक हिस्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स यानी इनविट्स में निवेश करेगा। इस फैसले से ईपीएफओ के निवेश का दायरा बढ़ेगा।
दरअसल, लाइव मिंट की खबरों की मने तो EPFO अब इनविट्स (InvITs) में निवेश करने की योजना बना रहा है। अब तक EPFO केवल बॉन्ड्स, सरकारी सिक्योरिटीज और ईटीएफ में ही निवेश करता है। इनविट एक ऑल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड (AIF) है जो म्युचुअल फंड की तरह काम करता है। यह मार्केट रेग्युलेटर सेबी के दायरे में है। एक अधिकारी ने कहा कि AIF में इनविट्स सही विकल्प है। लार्ज इन्फ्रास्ट्रक्टर सेक्टर में लॉन्ग टर्म फंड्स की मांग है। यह ईपीएफओ को परंपरागत निवेश विकल्पों से इतर निवेश का विकल्प देता है।
बताते चलें कि, आम बजट में सरकार ने इंस्टीट्यूशंस से और पैस इन्फ्रास्ट्रक्चर में डालने का संकेत दिया था। माना जा रहा है कि इनविट्स के जरिए इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पेंशन फंड्स से लॉन्ग टर्म फंड जुटा सकते हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड्स, एसएमई फंड्स और सोशल वेंचर फंड्स AIF के कैटगरी 1 सेगमेंट में कुछ विकल्प हैं और इन पर सेबी के नियम लागू होते हैं। एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने ईपीएफओ को इसमें निवेश करने की अनुमति दे दी है। लेकिन इनमें इनविट्स ही सबसे तेजी से उभरता विकल्प है।
कैसे मिलता है पीएफ होल्डर्स को फायदा
वित्तवर्ष 2020-21 के लिए प्रोविडेंट फंड खाताधारकों के लिए 8.5 फीसदी की ब्याज दर राशि तय की गई है। माना जा रहा है कि ये रकम अगले महीने के अंत तक अकाउंट होल्डर्स के खाते में डाल दी जाएगी। वहीं अब निवेश के इस नए विकल्प के बाद निवेशकों के पैसों का कुछ हिस्सा इननिट्स जैसे कॉर्पस में डाला जाएगा। इससे उम्मीद की जा रही है कि निवेशकों को ज्यादा रिटर्न मिल सकेगा।