Hindi News

indianarrative

दूसरे बैंक के ATM से कैश निकाला तो लगेगा ज्यादा चार्ज, जानिए कब से लागू हो रहा RBI का ये नियम?

photo courtesy Google

एटीएम का इस्तेमाल आज हर कोई करता है। पैसों निकाला एटीएम के जरिए बेहद आसान हो जाता है। लेकिन अगर आपको लगता है कि एटीएम का इस्तेमाल करने के लिए बैंक आपसे कुछ भी पैसे नहीं लेता, तो ये आपकी गलतफहमी है। ग्राहकों के लिए एक महीने में एटीएम के जरिए पांच लेनदेन बिल्कुल फ्री होते है। इसके साथ ही किसी दूसरे बैंक के एटीएम से तीन लेनदेन और मुफ्त दिए जाते है। अगर आप एक महीने में एटीएम के जरिए इस लिमिट से ज्यादा लेनदेन करते है, तो बैंक आपसे शुल्क वसूल सकते हैं।

इसे इंटरचेंज शुल्क कहते है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक अगस्त 2021 से बैंकों को इंटरचेंज शुल्क 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और सभी केंद्रों में गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए ये शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर छह रुपये करने की मंजूरी दे दी है है यानी अब आपको अधिक शुल्क का भुगतान करना होगा। इसी के साथ आरबीआई ने किसी भी बैंक के ग्राहकों को हर महीने मिलने वाले मुफ्त एटीएम निकासी के बाद ग्राहकों पर लगने वाले शुल्क की अधिकतम सीमा 20 रुपये से बढ़ाकर 21 रुपये करने का भी ऐलान कर दिया है।

ग्राहकों पर लागू शुल्क में अगस्त 2014 में संशोधन किया गया था। ऐसे में समिति की सिफारिशों की पड़ताल के बाद इंटरचेंज फीस और कस्टमर शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया गया है। आरबीआई ने बताया कि बैंकों और एटीएम ऑपरेटर्स पर पड़ने वाली एटीएम डिप्लॉयमेंट लागत और रखरखाव खर्च के साथ सभी हितधारकों और उपभोक्ताओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। इंटरचेंज शुल्क 1 अगस्त 2021 से प्रभावी हो जाएगा। चलिए आपको बताते है कि आखिर इंटरचेंज शुल्क है क्या ?

अगर किसी एक बैंक का ग्राहक किसी अन्य बैंक के एटीएम से अपने कार्ड का इस्तेमाल कर पैसे निकालता है, तो ऐसी स्थिति में जिस बैंक के एटीएम से पैसे निकाले जाते हैं, वो मर्चेंट बैंक हो जाता है। ऐसे में आपके बैंक को मर्चेंट बैंक को एक निश्चित शुल्क का भुगतान करना होता है, जिसे एटीएम इंटरचेंज शुल्क कहा जाता है। इंटरचेंज शुल्क दूसरे बैंक के एटीएम से एक सीमा के बाद निकासी करने पर लगाया जाता है। एटीएम इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को एक जनवरी 2022 से 21 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क चुकाना पड़ेगा।