घर की रसोई एक ऐसी जगह है, जहां पर परिवार के हर एक सदस्य की सेहत का पूरा ख्याल रखते हुए हेल्दी और टेस्टी खाना बनाया जाता है। ऐसे में अगर इस जगह पर कोई दोष होगा तो उसका असर परिवार के सदस्यों पर भी पड़ेगा। पहले हमारे किचन में हर समय इतना खाना रहता है कि वक्त-बेवक्त कोई भूखा प्यासा व्यक्ति घर में बिना पूर्व सूचना के भी आ जाए तो भूखा न रहे। वहीं, जब से सिंगल फैमिली का चलन बढ़ा है, तब से रोटियां गिनकर बनाई जाती हैं।
हालांकि, यह सेहत और धन की बचत और अन्न की बर्बादी होने से रोकने के लिहाज से बिल्कुल ही है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार बिल्कुल भी नहीं। आटा गूंथने से लेकर रोटी को बनाने तक कई वास्तु उपाय हैं, जिनका पालन करना चाहिए। क्योंकि इन गलतियों से ग्रहों की स्थिति पर बुरा असर पड़ता ही है। साथ ही घर की सुख-शांति, समृद्धि और अपनों की सेहत पर भी असर पड़ता है।
हमेशा एक्स्ट्रा रोटियां बनाकर रखें
खाना बर्बाद न हो इस बात का ख्याल रखना अच्छी बात है, लेकिन खाना कम भी नहीं पड़ना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर में मौजूद सदस्यों के लिए रोटी बन जाने के बाद हमेशा चार से पांच रोटियां ज्यादा बनाकर रखें। इसमें से पहली रोटी गाय को और आखिरी रोटी कुत्ते को खिलाना शुभ माना जाता है।
मेहमानों का भी रखें ख्याल
रोटी बनाते समय कम से कम दो रोटी मेहमान के लिए भी जरूर बनाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर आया मेहमान भगवान के समान होता है। इसलिए घर आए मेहमान को कभी भी भूखा नहीं भेजना चाहिए। इससे मां अन्नपूर्णा की कृपा हमेशा ही आप पर बनी रहेगी और घर में बरकत भी होती है।
फ्रिज में गूंथा आटा रखना छोड़ दें
आटा गूंथ कर फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार बासे आटे से बनी रोटी गृह क्लेश का कारण बनती है। साथ ही इससे आटे में कई तरह के बैक्टीरिया भी पैदा हो जाते हैं। बासी आटे की रोटी का संबंध राहु से माना जाता है, इसलिए बासी आटे की रोटी को आप कुत्ते को दे सकते हैं।