चैत्र महीने से ही हिंदू पंचांग का नया साल शुरू होता है। साथ ही नए संवत्सर की शुरुआत भी इसी महीने से होती है। इसके अलावा इस महीने में चैत्र नवरात्रि भी पड़ती है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 2 अप्रैल से होने वाली है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चैत्र नवरात्रि के दौरान 2 अहम ग्रहों की युति होने वाली है। ऐसे में जानते हैं चैत्र नवरात्रि में ग्रहों की युति से क्या प्रभाव पड़ेगा।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चैत्र नवरात्रि के दौरान ग्रहों की युति कुछ राशियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं। दरअसल इस बार चैत्र नवरात्रि की अवधि में ग्रहों के राशि परिवर्तन के साथ कुछ ऐसे योग बन रहें हैं जो कुछ राशियों के लिए साल भर के लिए परेशानी दे सकते हैं। ग्रहों का गोचर हर राशि को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है। चैत्र नवरात्रि में शनि और मंगल का गोचर खास तौर पर प्रभावित करने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक शनि और मंगल का मकर राशि में गोचर होगा।
यह भी पढ़ें- IPL 2022: Ravindra Jadeja हुए फ्लॉप तो Dhoni को Raina और Moeen Ali की आई याद!
दरअसल शनि और मंगल दोनों की शत्रु ग्रह हैं। ऐसे में ये योग जीवन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। शनि-मंगल की युति के दौरान कन्या, कर्क और धनु राशि वालों को विशेष सावधान रहने की जरुरत है। वहीं इस युति योग से मेष, मकर और कुंभ राशि वालों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। इसके अलावा मीन राशि में सूर्य, बुध के साथ मेष राशि में चंद्रमा, वृषभ में राहु और वृश्चिक में केतु रहेंगे। ग्रहों की ऐसी स्थिति लाभकारी साबित हो सकती है। ऐसे में जिन राशियों पर मंगल-शनि का नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है उनके असर पर कमी आएगी।