आज सावन का दूसरा सोमवार है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज नवमी तिथि है और कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। आज के दिन अद्भुत संयोग बन रहा है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नवमी की देवी मां दुर्गा है, सोमवार के देवता चंद्र, कृत्तिका नक्षत्र का स्वामी सूर्य और राशि शुक्र है। ज्योतिष के मुताबिक, भगवान शिव की पूजा के साथ मां पार्वती की पूजा भी अत्यंत फलदायी रहेगी। सूर्यदेव और चंद्रदेव की पूजा का भी विशेष महत्व रहेगा। धार्मिक दृष्टि से सावन का दूसरे सोमवार का महत्व अधिक माना जाता है। सावन सोमवार के दिन व्रत धारण कर भक्त भोलेनाथ की पूजा की पूजा करते है।
सावन के दूसरे सोमवार का शुभ मुहूर्त
अभिजीत: 12:19 पीएम- 01:11 पीएम
अमृत काल: 08:01 पीएम- 09:49 पीएम
ब्रह्म मुहूर्त: 04:47 एएम- 05:32 एएम
गोधुली मुहूर्त: 07:01 पीएम- 07:25 पीएम
इस तरह करें सावन सोमवार व्रत की पूजा
सावन सोमवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करें।
शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
साथ ही माता पार्वती और नंदी को भी गंगाजल या दूध चढ़ाएं।
पंचामृत से रुद्राभिषेक करें, बिल्व पत्र अर्पित करें।
शिवलिंग पर धतूरा, भांग, आलू, चंदन, चावल चढ़ाएं और सभी को तिलक लगाएं।
प्रसाद के रूप में भगवान शिव को घी शक्कर का भोग लगाएं।
धूप, दीप से गणेश जी की आरती करें।
अंत में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।
बरतें ये सावधानियां-
शिवजी की पूजा में केतकी के फूलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि केतकी के फूल चढ़ाने से भगवान शिवजी नाराज होते हैं। इसके अलावा, तुलसी को कभी भी भगवान शिवजी को अर्पित नहीं किया जाता है। साथ ही शिवलिंग पर कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिवजी को हमेशा कांस्य और पीतल के बर्तन से जल चढ़ाना चाहिए।