आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है। साथ ही शनि अमावस्या भी है। जिसके कारण एक अद्भुत संयोग बन रहा है। ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। जिस कारण यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है और सूर्य व पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य कुछ समय के लिए ढंक जाता है। यह घटना सूर्य ग्रहण कहलाती है। सूर्य ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। सूर्य ग्रहण के दौरान शुभ व मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
सूर्य ग्रहण 2021 का समय
सूर्य ग्रहण सुबह 11 बजे से आरंभ होकर दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा।
सूतक काल
सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। 4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। जिसके कारण भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा।
कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण का राशियों पर पड़ने वाला असर-
मेष- वाणी में तीव्रता, पेट व पेशाब की समस्या, क्रोध में वृद्धि, पारिवारिक चिन्ता एवं खर्च में वृद्धि
वृष- मानसिक चिन्ता, दाम्पत्य में तनाव, रोजगार में वृद्धि, मनोबल में कमजोरी
मिथुन- पराक्रम वृद्धि, शत्रु विजय ,आँख की समस्या दाम्पत्य एवं प्रेम संबंधों में वृद्धि
कर्क- लाभ में वृद्धि,आंतरिक शत्रुओं में वृद्धि, पिता एवं पुत्र को कष्ट, साझेदारी से लाभ
सिंह- दाम्पत्य जीवन में बाधा, कमर या कंधे में दर्द, वाहन पर खर्च, माता को कष्ट
कन्या- पराक्रम वृद्धि, गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि,मनोबल कमजोर, स्वास्थ्यगत समस्या
तुला- धन खर्च में वृद्धि,वाणी में तीव्रता, क्रोध में वृद्धि, पेट व पैर की समस्या, घर एवं वाहन सुख में वृद्धि
वृश्चिक- झल्लाहट में वृद्धि ,दाम्पत्य एवं साझेदारी में तनाव, धन एवं स्वास्थ्य वृद्धि, सम्मान में वृद्धि,
धनु- भाग्य में वृद्धि ,पिता का सहयोग ,धार्मिक यात्रा, आँखों की समस्या, खर्च में वृद्धि
मकर-आय, धन एवं क्रोध में वृद्धि, संतान को लेकर चिन्ता, पेट की आन्तरिक समस्या या एलर्जी
कुंभ- सीने की तकलीफ, व्यय में अधिकता, लाभ में वृद्धि , मानसिक चिन्ता एवं दाम्पत्य में वृद्धि
मीन- पराक्रम में वृद्धि, कार्य क्षेत्र में बाधा ,मनोबल कमजोर, यात्रा पर खर्च, जीवन साथी को कष्ट