आज रविवार यानी सूर्यदेव का दिन… सूर्यदेव को रोजाना जल अर्पित करना अति फलदायी माना जाता है। लेकिन किन्हीं कारणों से अगर हर रोज जल अर्पित करना संभव न हो तो प्रत्येक रविवार के दिन सूर्य को जल जरूर चढ़ाना चाहिए। कहा जाता है इससे सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता ही है, जो जिंदगी की सभी मुश्किलों को दूर करता है। रविवार के दिन एक लोटा जल अर्पित करते वक्त सूर्य मंत्र का जरुर जाप करें। 'ऊँ सूर्याय नम: … ऊँ जूं स: सूर्याय नम:' का उच्चारण जरुर करें। इस मंत्र का उच्चारण करने से अनेक फायदे होते हैं। सूर्य को अर्ध्य देने से हार्ट अटैक और कोरोना का प्रकोप कम होता है
पिता और पुत्र के बीच की दूरी होगी समाप्त- कई बार पिता और पुत्र के संबंधों में अनबन देखी जाती है। जैसे- हर बात पर बहसबाजी, रिश्तों में तनाव, एक दूसरे को न समझना। पिता पुत्र को तालमेल बिठाने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सूर्यदेव के जल अर्पित करने से लाभ प्राप्त किया जा सकता है। कहते हैं सूर्य का संबंध पिता से होता है, इसलिए सूर्य की उपासना का लाभ बाप-बेटे के संबंध पर पड़ता है और आपसी प्यार बढ़ता है।
स्किन एलर्जी होगी ठीक- कहा जाता है कि सूर्य को हर रविवार को जल अर्पित करने से त्वचा संबंधी रोग ठीक हो जाते है। ये बात खुद भगवान श्रीकृष्ण ने कही थी।
बेरोजगारों के मिलेगी नौकरी- सूर्य की उपासना से नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है। खासतौर से सरकारी नौकरी की, अगर आप सरकारी नौकरी की चाह रखते हैं तो आपको नियमित रूप से सूर्य की उपासना करनी चाहिए।
हृदय रोग का खतरा कम- सूर्य का संबंध चूंकि हृदय से बताया जाता है, इसलिए माना जाता है कि सूर्यदेव की नियमित पूजा से हृदय अच्छा बना रहता है और हृदय रोग जैसे खतरे कम हो जाते है।